हॉकी खिलाड़ी सुखजीत सिंह को अर्जुन अवार्ड के ऐलान के बाद परिवार खुश, पिता ने बताया कैसे उन्हें चला पता

जालंधर, 2 जनवरी . केंद्रीय खेल मंत्रालय ने नेशनल स्पोर्ट्स अवॉर्ड 2024 का ऐलान किया. इन पुरस्कारों में कई दिग्गज खिलाड़ियों को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया जाएगा. इन पुरस्कारों में शूटर मनु भाकर, वर्ल्ड चेस चैंपियन डी गुकेश, हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह और पैरा एथलीट प्रवीण कुमार को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से नवाजा जाएगा. इसके अलावा 34 खिलाड़ियों को अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा. इन अर्जुन पुरस्कारों में पंजाब के जालंधर से भारतीय हॉकी टीम के युवा खिलाड़ी सुखजीत सिंह को भी सम्मानित किया जाएगा.

सुखजीत सिंह के अर्जुन अवार्ड मिलने पर उनके परिवार और आसपास के लोगों में खुशी का माहौल है. सुखजीत सिंह के पिता अजीत सिंह पंजाब पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत हैं. उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री से अपील की है कि उनके बेटे और हॉकी खिलाड़ी जर्मन प्रीत सिंह को पंजाब पुलिस में डीएसपी का पद दिया जाए.

सुखजीत सिंह, जो मात्र 26 वर्ष के हैं, ने अपने शानदार प्रदर्शन से कम समय में एक बड़ा मुकाम हासिल किया है. उन्हें 26 जनवरी को अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा. इस अवसर पर उनके परिवार में खुशी का माहौल है और सुखजीत ने अपनी माता-पिता से वीडियो कॉल के माध्यम से अपनी अचीवमेंट पर बातचीत की.

सुखजीत सिंह के पिता अजीत सिंह ने बताया कि वह खुद भी हॉकी खिलाड़ी थे, लेकिन जब वह खेलते थे तो उनके अरमान पूरे नहीं हो पाए. इसलिए उन्होंने सुखजीत को हॉकी सिखाई और आज उनकी मेहनत रंग लाई है. उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि जैसे अन्य खिलाड़ियों को पंजाब पुलिस में डीएसपी का पद दिया गया है, वैसे ही उनके बेटे को भी यह सम्मान मिलना चाहिए, ताकि वे समाज की सेवा कर सकें.

पुरस्कारों की घोषणा होने के बाद सुखजीत सिंह ने वीडियो जारी कर खुशी जताई है. उन्होंने कहा, “मुझे इस बात की खुशी है कि मुझे देश के सबसे प्रतिष्ठित खेल पुरस्कारों में से एक अर्जुन अवार्ड मिल रहा है. मेरी मेहनत रंग लाई, मैं बहुत खुश हूं.”

उनके पिता अजीत सिंह ने कहा, “यह हमारे लिए बहुत खुशी की बात है. मुझे गुरुवार को ही किसी दोस्त का फोन आया. उन्होंने मेरे बेटे को अर्जुन अवार्ड मिलने की खुशी में मुझे बधाई दी. उस समय तक मुझे इसकी सूचना नहीं थी, तो उन्होंने मुझे बताया कि सुखजीत को अर्जुन अवार्ड मिल गया है. उसके 20 मिनट के बाद सुखजीत का फोन मुझे आ गया. उसको मैंने बधाई दी, तो उसने मुझसे पूछा कि मुझे कैसे पता. मैंने कहा कि मीडिया से मुझे पता चल गया. इस समय हमारे घर में बहुत खुशी का माहौल है. मैं बहुत गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं. साथ ही मैं खेल मंत्रालय का बहुत धन्यवाद करता हूं. अन्य खिलाड़ियों को पहले पुलिस में डीएसपी बनाया गया है. हम चाहते हैं कि सुखजीत को भी यह पद दिया जाए.”

पीएसएम/