बीड, 15 अप्रैल . महाराष्ट्र के बीड जिले के परली शहर में फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनाने का मामला सामने आया. बड़ी संख्या में फर्जी जन्म प्रमाणपत्र जारी किए गए हैं. इस पूरे मामले पर भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने समाचार एजेंसी से बातचीत करते हुए चिंता जताई.
उन्होंने कहा कि बीड जैसे संवेदनशील जिले में इतने बड़े पैमाने पर फर्जी जन्म प्रमाण पत्रों का जारी होना बेहद गंभीर मामला है. यह कानून व्यवस्था और प्रशासनिक व्यवस्था दोनों पर सवाल उठाता है.
किरीट सोमैया ने कहा कि परली शहर में बांग्लादेशी और रोहिंग्या जैसे अपात्र लोगों ने 1200 से अधिक जन्म प्रमाण पत्र हासिल किए, यह साबित हो चुका है. हमारी शिकायत के बाद इन 1244 लोगों को दिए गए जन्म प्रमाण पत्रों को रद्द करने का आदेश जारी हुआ है. लेकिन इसके पीछे का षड्यंत्र क्या है? इसमें शामिल वकील, सरकारी अधिकारी और उनका राजनीतिक संरक्षक कौन है? इसकी गहन जांच होनी चाहिए. बीड जिले में चार स्थानों पर इस तरह की धांधली हुई है. बीड शहर में एफआईआर दर्ज हो चुकी है और यहां भी एफआईआर दर्ज की जाएगी. पुलिस ने मुझे आश्वासन दिया है.
उन्होंने आगे कहा कि अगले 15 दिनों में मैं इसकी प्रगति का अनुसरण करूंगा. बीड जिले में 10 हजार से अधिक बांग्लादेशी या अपात्र लोगों को जन्म प्रमाण पत्र दिए गए हैं और अब इस घोटाले का खुलासा हो चुका है.
पश्चिम बंगाल में जारी हिंसा और हिंदुओं की स्थिति को लेकर सवाल किए जाने पर किरीट सोमैया ने कहा कि पश्चिम बंगाल में हिंदुओं का रहना मुश्किल हो रहा है. दुर्घटनाएं और हिंसक घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. ऐसा लगता है कि हिंदुओं को डर के साए में जीने या घर छोड़कर भागने के लिए मजबूर किया जा रहा है. यह बहुत ही दुखद और दर्दनाक स्थिति है.
केंद्र सरकार पर भरोसा जताते हुए उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि केंद्र सरकार इस मामले में उचित और समयबद्ध कार्रवाई करेगी.
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