नई दिल्ली, 25 अगस्त . 1985 में एक फिल्म आई “राम तेरी गंगा मैली”. इस फिल्म को डायरेक्ट किया था द ग्रेट शोमैन राज कपूर ने और हीरो थे उनके बेटे राजीव कपूर. बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा दिया. उस बरस सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी. उस दौर की बोल्ड फिल्म का तमगा भी मिला. इस फिल्म से मंदाकिनी ने डेब्यू किया था. अपनी खूबसूरती की वजह से रातों-रात स्टार बन गई, लेकिन हीरो राजीव कपूर को वो पहचान नहीं मिल पाई, जिसकी उन्हें उम्मीद थी.
राजीव कपूर बॉलीवुड के मशहूर कपूर खानदान से आते हैं. उनका जन्म 25 अगस्त, 1962 को मुंबई (बॉम्बे) में हुआ था. शोमैन राज कपूर का बेटा होने के कारण उनकी फिल्मों में एंट्री लाजिमी थी.
उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 1983 में आई फिल्म ‘एक जान है हम’ से बतौर एक्टर की. ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिरी. लेकिन, पिता राज कपूर ने अपने बेटे को रीलॉन्च करने के लिए “राम तेरी गंगा मैली” बनाई. जब फिल्म बड़े पर्दे पर आई तो हर कोई मंदाकिनी की खूबसूरती का कायल हो गया. रातों-रात वह स्टार बन गईं और हर तरफ सिर्फ मंदाकिनी के बोल्ड सीन की चर्चा हुई. फिल्म की सक्सेस के बाद मंदाकिनी को ऑफर मिलने लगे, मगर राजीव कपूर का मनोबल टूट गया.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, “राम तेरी गंगा मैली” की सफलता बाप और बेटे के बीच तकरार का कारण भी बनी. राजीव का मानना था कि उन्हें इस फिल्म में वो जगह नहीं दी गई, जिसके वे हकदार थे. बाप-बेटे के बीच ये मनमुटाव इतना बढ़ा कि वह अपने पिता के अंतिम संस्कार तक में नहीं पहुंचे.
राजीव कपूर ने अपने करियर में कुल 13 फिल्मों में काम किया. वे ‘आसमान’, ‘ज़बरदस्त’, ‘मेरा साथी’, ‘लावा’, ‘राम तेरी गंगा मैली’, ‘लवर बॉय’, ‘प्रीति’, ‘ज़लज़ला’, ‘शुक्रिया’, ‘हम तो चले परदेस’, ‘नाग नागिन’ और ‘ज़िम्मेदार’ में दिखाई दिए. इनमें से सिर्फ ‘राम तेरी गंगा मैली’ को ही सफलता मिल पाई.
उन्होंने फिल्म प्रोडक्शन और निर्देशन में भी हाथ आजमाया, लेकिन वे वहां भी कुछ बड़ा करिश्मा नहीं दिखा पाए. ऋषि कपूर और रणधीर कपूर के छोटे भाई राजीव कपूर की आरती सभरवाल से शादी हुई. लेकिन, कुछ समय में उनका तलाक हो गया.
58 वर्ष की उम्र में 9 फरवरी 2021 को मुंबई में उनका निधन हो गया. बताया जाता है कि उन्हें घर पर दिल का दौरा पड़ा था. इसके बाद परिवार वाले उन्हें चेंबूर के इनलक्स अस्पताल लेकर गए, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
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एफएम/केआर