जोधपुर हवाई अड्डे का विस्तार: केंद्रीय मंत्री शेखावत ने पीएम मोदी और पूर्व रक्षा मंत्री पर्रिकर को दिया धन्यवाद

जोधपुर, 18 अप्रैल . केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने जोधपुर हवाई अड्डे के विस्तार पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भूतपूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि इससे शहरवासियों का तीन दशक पुराना सपना पूरा हुआ है.

मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि जोधपुर के हवाई अड्डे का विकास शहर की व्यावसायिक और शैक्षिक जरूरतों के लिए बेहद जरूरी था, जो अब पूरा होने जा रहा है.

शेखावत ने बताया कि जोधपुर में हैंडीक्राफ्ट, स्टील, टेक्सटाइल, पत्थर, रसायन और इंजीनियरिंग जैसे उद्योगों के निर्यात की बड़ी संभावनाएं हैं. साथ ही, एम्स, आईआईटी, एनएलयू, फुटवियर डिजाइनिंग और फैशन डिजाइनिंग जैसे उच्च शिक्षण संस्थानों की मौजूदगी जोधपुर को खास बनाती है. मरुस्थल के प्रवेश द्वार के रूप में भी जोधपुर को एक आधुनिक हवाई अड्डे की जरूरत थी.

उन्होंने कहा कि हवाई अड्डे के विस्तार में दो बड़ी बाधाएं थीं. पहली, जमीन की कमी, क्योंकि आजादी के बाद से हवाई अड्डे का ज्यादातर हिस्सा वायुसेना के पास था और केवल सिविल टर्मिनल ही एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पास था. दूसरी, सीटीआई-3 सिस्टम और ऑटोमैटिक लैंडिंग की सुविधा न होने से रात में विमान उतर नहीं पाते थे.

शेखावत ने कहा कि पिछले 10 साल में केंद्र सरकार ने देशभर में रेल, सड़क, जलमार्ग और हवाई अड्डों के बुनियादी ढांचे को मजबूत किया. इस क्रम में जोधपुर हवाई अड्डे का आधुनिकीकरण भी जरूरी था.

उन्होंने बताया कि जमीन की समस्या को हल करने के लिए पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने अहम भूमिका निभाई. पीएम मोदी के निर्देश पर पर्रिकर ने राज्य सरकार, नगर निगम और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के साथ मिलकर 37 एकड़ जमीन हस्तांतरित की, जिससे विस्तार का रास्ता साफ हुआ.

नए हवाई अड्डा भवन के निर्माण के मौके पर शेखावत ने हवाई अड्डा सलाहकार समिति के सदस्यों का भी आभार जताया. उन्होंने कहा कि यह विस्तार जोधपुर के व्यवसाय, शिक्षा और पर्यटन को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा. यह हवाई अड्डा न केवल आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा, बल्कि रात में भी उड़ानें संचालित करने में सक्षम होगा.

एसएचके/केआर