हमारी हार में भी जनता की जीत छिपी है: तेज प्रताप यादव

New Delhi, 14 नवंबर . बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में एनडीए को प्रचंड जीत मिली. वहीं जनशक्ति जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेज प्रताप यादव ने अपनी पार्टी की हार पर कहा कि हमारी हार में भी जनता की जीत छिपी है

जनशक्ति जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेज प्रताप यादव ने अपने social media प्लेटफॉर्म फेसबुक पर लिखा, “हमारी हार में भी जनता की जीत छिपी है. आज के परिणामों को मैं जनादेश के रूप में स्वीकार करता हूं. हमारी हार कर भी जीत हुई है, क्योंकि बिहार ने यह साफ संदेश दे दिया है कि अब राजनीति परिवारवाद की नहीं, सुशासन और शिक्षा की होगी.”

उन्होंने आगे लिखा कि ये जयचंदों की करारी हार है. हमने पहले ही कहा था कि इस चुनाव के बाद बिहार से कांग्रेस खत्म हो जाएगी, और आज कहने की जरूरत नहीं है, साफ-साफ दिख भी गया है. मैं तो हारकर भी जीता हूं, क्योंकि मेरे साथ जनता का प्रेम, विश्वास और आशीर्वाद है.

तेज प्रताप यादव ने तेजस्वी पर निशाना साधते हुए लिखा कि यह सच्चाई कड़वी है. इन जयचंदों ने आरजेडी को भीतर से खोखला कर दिया है, बर्बाद कर दिया. इसी वजह से आज तेजस्वी यादव फेलस्वी हो गया. जिन्होंने अपनी कुर्सी और अपनी राजनीति बचाने के लिए अपने ही घर को आग लगा दी, इतिहास उन्हें कभी माफ नहीं करेगा.

उन्होंने कहा कि मैं बार-बार कहता हूं, जनता ही मां-बाप होती है, जनता का फैसला सर-माथे पर और आज भी उसी भावना के साथ मैं आपका फैसला स्वीकार करता हूं. हार और जीत अलग बातें हैं, लेकिन इरादा और प्रयास ही असली जीत होते हैं. महुआ की जनता से मैंने जो वादे किए थे, उनको निभाने का प्रयास मैं लगातार करता रहूंगा, चाहे मैं विधायक बनूं या नहीं. मेरे दरवाजे हर समय जनता के लिए खुले रहेंगे.

बिहार ने सुशासन की Government चुनी है, हम उसका सम्मान करते हैं और जनता के हित में हर कदम पर रचनात्मक भूमिका निभाएंगे. ये जीत हमारे Prime Minister Narendra Modi के व्यक्तित्व और उनके जादुई नेतृत्व का कमाल है. जनता ने Chief Minister नीतीश कुमार के सुशासन को खुले दिल से अपनाया है. बिहार की यह ऐतिहासिक जीत India के गृहमंत्री अमित शाह तथा India Government में मंत्री और भाजपा बिहार के प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान की कूटनीति, दूरदृष्टि और दिन-रात किए गए परिश्रम का परिणाम है.

तेज प्रताप यादव ने कहा कि इस विजय का सबसे बड़ा कारण एनडीए की अटूट एकता है. एनडीए गठबंधन की सभी पांचों पार्टियों, ‘पांच पांडवों’ ने एकजुट होकर चुनाव लड़ा, और जनता ने अपना विश्वास, मत और भरपूर समर्थन देकर इस एकता को विजय की शक्ति में बदल दिया. यह जीत बिहार की जनता की है, यह जीत विश्वास की है,यह जीत विकास और सुसाशन के संकल्प की है.

एसएके/डीकेपी