मर भी जाएं, जुम्मे की नमाज तो जरूर पढ़ेंगे : अबू आजमी

मुंबई, 12 मार्च . मुगल शासक औरंगजेब की तारीफ कर हाल ही में विवादों में आए समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी ने होली और रमजान के जुम्मे की नमाज एक ही दिन पड़ने पर हो रहे विवाद पर कहा कि वह हर हाल में जुम्मे की नमाज पढ़ेंगे.

अबू आजमी ने मुस्लिम समुदाय के लोगों से अपील की कि जब नमाज पढ़ने जाएं और कुछ होता है तो कोई जवाब न दें. उन्होंने कहा, “नमाज पढ़िए और घर जाइए क्योंकि सरकार भी इनकी है और पुलिस भी. कानून नाम की कोई चीज अब बची नहीं है. मेरे साथ क्या हुआ, सभी ने देखा है.”

अबू आजमी ने समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा, “मर भी जाएं, लेकिन नमाज तो जरूर पढ़ेंगे. नमाज तो पढ़ना ही चाहिए.”

औरंगजेब पर दिए बयान के बाद महाराष्ट्र विधानसभा से उनके निलंबन पर सपा नेता ने कहा, “देखिए, बात यह है कि किसी ने अचानक मुझसे सवाल पूछा और मैंने बस जवाब दे दिया. यह पहले से तय नहीं था, न ही मैंने कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. लेकिन इस मुद्दे को इतना तूल दिया गया कि मुझे महाराष्ट्र विधानसभा से निलंबित कर दिया गया, और उपमुख्यमंत्री मुझे देशद्रोही कह रहे हैं. मेरे खिलाफ एक एफआईआर भी दर्ज की गई है. मुझे पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है. मैं समझता हूं कि स्पीकर को कोई भी कार्रवाई करने का पूरा अधिकार है. मेरे खिलाफ गलत तरीके से दर्ज की गई एफआईआर के लिए मैंने अग्रिम जमानत के लिए आवेदन किया था, जो मंजूर हो गई. उन्होंने कहा कि पूरा सदन चाहता था कि मुझे निलंबित किया जाए और कर दिया गया. अगर सदन चाहेगा कि मुझे हमेशा के लिए निलंबित कर दिया जाए, तो वह भी कर देंगे. उनकी सरकार है, वे जो चाहे कर सकते हैं.”

महाराष्ट्र विधानसभा से निलंबन के खिलाफ अदालत की शरण में जाने के बारे में पूछे जाने पर अबू आजमी ने कहा कि वह ऐसा नहीं करेंगे. दुनिया देख रही है कि उनके साथ किस तरह से अन्याय किया जा रहा है.

योगी आदित्यनाथ के बयान पर अबू आजमी ने कहा कि देश में मुसलमान होना गुनाह हो गया है. मुसलमानों को अपमानित किया जा रहा है. ऐसा माहौल पैदा किया जा रहा है कि इस देश के लिए मुसलमानों ने कुछ नहीं किया. कहा जाता है कि मुसलमानों ने देश को लूटा. मैं समझता हूं कि जहां-जहां भाजपा की सरकार है, वहां मुसलमानों को तकलीफ दी जा रही है.

डीकेएम/एकेजे