नई दिल्ली, 10 अप्रैल . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूज़वीक मैगजीन को साक्षात्कार दिया है और इसमें उन्होंने भारत के बदले राजनीतिक हालात, विकास के नए पैमाने, अर्थव्यवस्था की स्थिति में सुधार, चुनाव, लोकतंत्र और स्वतंत्र प्रेस, बुनियादी ढांचा और पर्यावरण, चीन से मुकाबला, डिजिटल भुगतान और यूपीआई, आर्थिक विकास को बनाए रखने की चुनौती, भारतीय प्रवासियों, धार्मिक अल्पसंख्यक जैसे कई अहम मुद्दों पर अपनी बात रखी.
बता दें कि इंदिरा गांधी के बाद नरेंद्र मोदी न्यूज़वीक कवर पर आने वाले पहले पीएम हैं.
पीएम मोदी ने न्यूज़वीक के साथ अपने इस साक्षात्कार में उनके नेतृत्व में हुई प्रमुख आर्थिक प्रगति से लेकर बुनियादी ढांचे के विस्तार और पर्यावरण संबंधी चिंताओं के साथ, चीन के साथ भारत के रिश्ते, प्रेस की स्वतंत्रता, मुसलमानों का साथ जैसे विषयों को अच्छी तरह से समझाया.
पीएम मोदी ने इस साक्षात्कार में बताया कि उनकी सरकार के पास अपने वादों को पूरा करने का उत्कृष्ट ट्रैक रिकॉर्ड है. उन्होंने कहा कि पहले की सरकारें वादा करने की आदी थी, जो कभी पूरे नहीं होते थे. लेकिन, हमारी सरकार ने “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास” के आदर्श वाक्य के साथ काम किया है. आज भारत 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से आगे निकल गया और पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है. अब देश की आकांक्षा है कि भारत जल्द ही तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बने. उन्होंने साक्षात्कार में कहा कि उनकी सरकार अपवाद है जो दो कार्यकाल के बाद भी समर्थन खो नहीं रही है बल्कि उसका समर्थन बढ़ रहा है.
पीएम मोदी ने साक्षात्कार में लोकतंत्र और स्वतंत्र प्रेस पर कहा कि हम एक लोकतंत्र हैं, केवल इसलिए नहीं कि हमारा संविधान ऐसा कहता है, बल्कि इसलिए भी कि यह हमारे जीन में है. उन्होंने कहा कि 2019 के आम चुनावों में 60 करोड़ से अधिक लोगों ने मतदान किया. अब से कुछ महीनों में, 97 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. पूरे भारत में दस लाख से अधिक मतदान केंद्र इसके लिए बनाए जाएंगे. मतदाताओं की लगातार बढ़ती भागीदारी भारतीय लोकतंत्र के प्रति लोगों की आस्था का बहुत बड़ा प्रमाण पत्र है.
पीएम मोदी ने बुनियादी ढांचे और पर्यावरण पर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि पिछले दशक में भारत के बुनियादी ढांचे में तेज गति से बदलाव आया है. हमारा राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क पिछले 10 वर्षों में 60 प्रतिशत बढ़ गया है. हमने अपने हवाई अड्डों की संख्या को दोगुना से अधिक कर दिया है. जो 74 से बढ़कर 150 से अधिक हो गया है. हमने अपने बंदरगाहों की क्षमता बढ़ाई है. हमने अपने नागरिकों की सुविधा के लिए “वंदे भारत” ट्रेनें और उड़ान योजना शुरू की है. हमारी एयरलाइंस ने हाल ही में 1,000 से अधिक विमानों का ऑर्डर दिया है. इसके साथ ही देश ने नवीकरणीय ऊर्जा में बड़े पैमाने पर निवेश बढ़ाया है और सौर ऊर्जा क्षमता 2,820 मेगावाट से बढ़कर अब 72,000 मेगावाट से अधिक हो गई है. जिसे 2030 तक 500 गीगावॉट करने का लक्ष्य है.
उन्होंने चीन से साथ प्रतिस्पर्धा और रिश्ते के सवाल पर कहा कि हमने परिवर्तनकारी आर्थिक सुधार किए हैं, जैसे वस्तु एवं सेवा कर, कॉर्पोरेट कर में कटौती, दिवालियापन संहिता, श्रम कानूनों में सुधार, एफडीआई मानदंडों में छूट. परिणामस्वरूप, हमने व्यापार करने में आसानी से महत्वपूर्ण सुधार किया है. हमने भारत में विनिर्माण क्षमताओं को मजबूत करने के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजनाएं शुरू की हैं. ये पीएलआई योजनाएं इलेक्ट्रॉनिक्स, सौर मॉड्यूल, चिकित्सा उपकरण, ऑटोमोबाइल जैसे 14 क्षेत्रों तक फैली हुई हैं.
डिजिटल भुगतान और यूपीआई के सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि मुझे लगता है कि यूपीआई की सफलता के तीन महत्वपूर्ण कारक हैं. खुली प्रौद्योगिकी, प्रौद्योगिकी का लोकतंत्रीकरण, लोगों पर भरोसा. यूपीआई ने वित्तीय बाधाओं से लेकर भौगोलिक बाधाओं तक अनगिनत बाधाओं को तोड़ दिया. इसने डिजिटल लेनदेन की दुनिया को अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति के लिए खोल दिया है.
आर्थिक विकास को बनाए रखने की चुनौती पर उन्होंने कहा कि हम 28 वर्ष की औसत आयु वाला एक युवा देश हैं. हम 2047 तक भारत को एक विकसित देश बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हमारे यहां बचत की संस्कृति है. ऐसे में हम अपने युवाओं की पूरी क्षमता विकसित करने और उन्हें भविष्य की बाधाओं के प्रति अनुकूल बनाने पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि भारतीय स्टार्टअप्स की अभूतपूर्व वृद्धि स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है. आज हमारे पास भारत के हर कोने से 1.25 लाख से अधिक पंजीकृत स्टार्टअप हैं. आपको यह जानकर खुशी होगी कि पिछले 10 वर्षों में भारत की तीव्र वृद्धि का सबसे बड़ा लाभ भारत के गरीबों को हुआ है. भारत ने पिछले 10 वर्षों में दुनिया का सबसे बड़ा गरीबी उन्मूलन अभियान चलाया है और 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है. विश्व में केवल चार देशों की जनसंख्या इससे अधिक है.
देश में कई कल्याणकारी योजनाओं के जरिए यह सुनिश्चित किया गया है कि गरीबों को 4 करोड़ घर, 10 करोड़ से अधिक स्वच्छ ईंधन कनेक्शन, लगभग 11 करोड़ स्वच्छ जल कनेक्शन, 11 करोड़ से अधिक शौचालय, 50 करोड़ लोगों को मुफ्त स्वास्थ्य देखभाल और अंतिम शेष 18 हजार गांवों को बिजली मिले. आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत हमने 100 से अधिक जिलों में परिवर्तन लाया है, जिन्हें पहले पिछड़ा कहा जाता था. जीवंत गांव कार्यक्रम के साथ, हम सीमावर्ती गांवों में बदलाव ला रहे हैं.
प्रवासी भारतीयों के सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि प्रवासी भारतीयों के साथ मेरा जुड़ाव बहुत पुराना है. मैं अपने प्रवासी भारतीयों के साथ तब से जुड़ा हुआ हूं, जब मैं सामाजिक कार्य कर रहा था. गुजरात का मुख्यमंत्री बनने से पहले भी मैंने लगभग 29 राज्यों की यात्रा की थी. उन्होंने कहा कि प्रवासी भारतीयों की सफलता आज वैश्विक चर्चा का विषय है. हमारे प्रतिभाशाली लोग दुनिया भर में कौशल की कमी को पूरा कर रहे हैं. मैं जब भी विदेश जाता हूं तो उस देश के नेता उनकी खूब तारीफ करते हैं. वे दुनिया भर में हमारे राजदूत के रूप में कार्य कर रहे हैं.
धार्मिक अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे भेदभाव के सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि सभी धर्मों के अल्पसंख्यक, चाहे वह मुस्लिम, ईसाई, बौद्ध, सिख, जैन या यहां तक कि पारसी हों, भारत में खुशी से रह रहे हैं और संपन्न हो रहे हैं. हमारी सरकार ने किसी विशेष समुदाय को योजनाओं का लाभ नहीं दिया, बल्कि सबको इसका सामान लाभ मिला. मतलब इन योजनाओं को ऐसे तैयार किया गया है कि किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं हो सकता है. इन योजनाओं का लाभ समुदाय और धर्म की परवाह किए बिना हर नागरिक तक पहुंच रहा है.
भारत में महिलाओं की स्थिति पर उन्होंने कहा कि महिलाएं आज भारत की विकास गाथा में सबसे आगे हैं. हमने अपनी संसद और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण का कानून पारित किया. हमारे देश में मातृ मृत्यु अनुपात में भारी कमी आई है और साथ ही महिलाओं की पोषण स्थिति में काफी सुधार हुआ है. आज, सशस्त्र बलों सहित सभी क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ रही है. हमने गरीब महिलाओं के लिए 285 मिलियन बैंक खाते खोले हैं और 300 मिलियन महिला उद्यमियों को ऋण प्रदान किया है. नमो ड्रोन दीदी योजना, लखपति दीदी योजना जैसी नवीन योजनाओं से लाखों महिलाएं लाभान्वित हो रही हैं. भारत में कुल पायलटों में से लगभग 15 प्रतिशत महिलाएं हैं, जो दुनिया में सबसे अधिक है. मैं भारत का पहला प्रधानमंत्री हूं जिसने शौचालय और सैनिटरी पैड जैसे मुद्दों पर बात की.
भारत-चीन सीमा विवाद और पाकिस्तान पर भी पीएम मोदी ने अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि भारत के लिए चीन के साथ रिश्ते बेहद अहम हैं. मेरा मानना है कि हमें अपनी सीमाओं पर लंबे समय से चल रही स्थिति को तत्काल संबोधित करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि भारत और चीन के बीच स्थिर और शांतिपूर्ण संबंध न केवल दोनों देशों के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र और दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं.
वहीं, पाकिस्तान पर उन्होंने कहा कि, मैंने पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री को पदभार ग्रहण करने पर बधाई दी है. भारत ने हमेशा अपने क्षेत्र में आतंक और हिंसा से मुक्त माहौल में शांति, सुरक्षा और समृद्धि को आगे बढ़ाने की वकालत की है. जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने पर हो रही आलोचना के जवाब में उन्होंने कहा कि धारा 370 के निरस्त होने के बाद से वहां के विकास को पंख लग गए हैं. आप भी जम्मू-कश्मीर का दौरा करें और इस बदलाव को देखें.
उन्होंने कहा कि लोग वहां शांति का लाभ उठा रहे हैं. 2023 में 21 मिलियन से अधिक पर्यटकों ने जम्मू और कश्मीर का दौरा किया. आतंकवादी घटनाओं में उल्लेखनीय गिरावट आई है. इतना ही नहीं यहां होने वाले खेल आयोजनों को लेकर युवा भी उत्साहित हैं.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि श्रीराम का नाम हमारी राष्ट्रीय चेतना पर अंकित है. उनके जीवन ने हमारी सभ्यता में विचारों और मूल्यों की रूपरेखा तय की है. उनका नाम हमारी पवित्र भूमि पर गूंजता है. इसलिए, मेरे द्वारा मनाए गए 11 दिवसीय विशेष अनुष्ठान के दौरान, मैंने उन स्थानों की तीर्थयात्रा की, जहां श्री राम के पदचिह्न हैं. श्री राम की अपनी जन्मभूमि पर वापसी राष्ट्र के लिए एकता का एक ऐतिहासिक क्षण है.
उन्होंने आगे कहा कि मुझे लगता है कि यह सोचना मेरा काम नहीं है कि मुझे कैसे याद किया जाएगा, न ही यह विचार मुझे प्रेरित करता है. मेरी प्रेरणा वह प्रभाव है जो मैं हर भारतीय के जीवन में डाल सका, जिसे मैं अपना परिवार मानता हूं.
अंत में उन्होंने कहा कि नेतृत्व के लिए सुनना एक महत्वपूर्ण गुण है. यह गुण मुझे ईश्वर प्रदत्त है और मैंने इसे विकसित भी किया है. मैं फोन कॉल, संदेश या किसी अन्य चीज से विचलित नहीं होता. जब मैं कुछ कर रहा होता हूं तो उस काम में शत-प्रतिशत तल्लीन होता हूं. नेताओं के लिए, मुझे लगता है कि यह महत्वपूर्ण है कि उनके पास नीचे से ऊपर तक फीडबैक चैनल हो. मैंने भारत के लगभग 80 प्रतिशत जिलों में कम से कम एक रात बिताई है. इसलिए मेरे लगभग हर जगह सीधे संपर्क हैं, जिससे मुझे सीधे प्रतिक्रिया प्राप्त करने में मदद मिलती है.
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जीकेटी/