शैक्षणिक परिसर में धार्मिक स्थलों की स्थापना ठीक नहीं, इन सबको उखाड़कर फेंकना चाहिए : उषा ठाकुर

भोपाल, 24 सितंबर . मध्य प्रदेश भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री उषा ठाकुर ने मंगलवार को शैक्षिक संस्थानों में हो रहे धार्मिक स्थलों के निर्माण पर चिंता जाहिर की. भोपाल के हमीदिया अस्पताल में जूनियर डॉक्टरों द्वारा शैक्षिक संस्थानों में बन रहे धार्मिक स्थल को लेकर उठाई गई आवाज के संदर्भ में उषा ठाकुर ने से बातचीत की.

उषा ठाकुर ने कहा कि मैंने आज के अखबार में पढ़ा कि जूनियर डॉक्टरों ने इस मामले पर चिंता व्यक्त की हैै. शैक्षणिक परिसर में अनुशासन, सुरक्षा और व्यवस्था बहुत जरूरी है. वहां किसी भी प्रकार के धार्मिक केंद्रों की स्थापना ठीक नहीं है और इन सबको तुरंत उखाड़कर फेंक दिया जाना चाहिए.”

जब उषा ठाकुर से पूछा गया कि क्या यह मामला ‘लैंड जिहाद’ से जुड़ा हो सकता है, तो उन्होंने कहा कि हां, यह सब ‘लैंड जिहाद’ का ही हिस्सा है. यह सब अवैधानिक गतिविधियों के लिए कहीं भी परिसर को घेरना और धर्म का बहाना लेना, समाज को भड़काने का एक साधन बन गया है.

उन्होंने कहा कि इस प्रकार की गतिविधियों को शत प्रतिशत रोकना चाहिए. इस प्रकार की गतिविधियों के खिलाफ कठोरतम दंडात्मक कार्रवाई होनी चाहिए, विशेषकर उन लोगों के खिलाफ जो इन्हें बचाने के लिए आगे आते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षा के माहौल को सुरक्षित और अनुशासित बनाए रखना समाज की जिम्मेदारी है.

बता दें कि हमीदिया अस्पताल में जूनियर डॉक्टरों ने शैक्षिक संस्थानों में बन रहे धार्मिक स्थल को लेकर आवाज उठाई थी. जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि शैक्षिक संस्थानों में विशेष धार्मिक स्थल का निर्माण किया जा रहा है. परिसर में हो रहे हम धार्मिक स्थलों के निर्माण के चलते वहां पढ़ने वाले छात्र असुरक्षित महसूस करते हैं. जूनियर डॉक्टरों ने दावा किया कि पांच से सात सालों में 12 धार्मिक स्थलों का निर्माण किया गया.

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