कारगिल, 23 अक्टूबर . लद्दाख के उपGovernor कविंदर गुप्ता ने कारगिल जिला प्रशासन द्वारा हुसैनी पार्क में आयोजित ‘जन हित अभियान’ के पहले चरण के समापन समारोह में शिरकत की. उन्होंने कहा कि उद्यमिता और स्व-रोजगार देश की आर्थिक प्रगति, रोजगार सृजन और नवाचार के लिए अत्यंत आवश्यक है. ये न केवल धन सृजन और जीवन स्तर सुधारने में मदद करते हैं, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा करते हैं.
इस कार्यक्रम में आम नागरिकों, स्वयं सहायता समूहों, कारीगरों, युवाओं और केंद्र प्रायोजित योजनाओं के लाभार्थियों ने भाग लिया.
उपGovernor कविंदर गुप्ता ने कहा कि केंद्र और केंद्रशासित प्रदेश प्रशासन द्वारा प्रायोजित योजनाएं राष्ट्रीय विकास और समान अवसर सुनिश्चित करने के लिए बेहद अहम हैं, विशेषकर हाशिए पर रहने वाले समुदायों के लिए. ये योजनाएं गरीबी उन्मूलन, बुनियादी ढांचा विकास और मानव पूंजी निर्माण के लिए मजबूत माध्यम हैं.
कविंदर गुप्ता ने कहा, “हर किसी को Governmentी नौकरी नहीं दी जा सकती, इसलिए युवाओं को कौशल विकास और स्वरोजगार के अवसरों पर ध्यान देना चाहिए.” उन्होंने बताया कि पीएमईजीपी और पीएम-एफएमई योजनाओं के तहत 70 उद्यमियों को लाभ मिला है और हाल ही में 30 ऋण मामलों को स्वीकृति दी गई है, जो प्रशासन की आर्थिक सशक्तिकरण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है.
कार्यक्रम के दौरान उन्होंने ‘आकांक्षा से प्रेरणा – ब्लॉक से जिला तक’ पहल की सराहना की और इसके ई-पोर्टल का शुभारंभ किया. उन्होंने कहा कि यह पहल जमीनी स्तर पर आत्मनिर्भरता और नवाचार को बढ़ावा देने की दिशा में एक अहम कदम है. इस मौके पर उपGovernor ने एलएएचडीसी कारगिल के मुख्य कार्यकारी पार्षद (सीईसी) डॉ. मोहम्मद जाफर अखून, सांसद मोहम्मद हनीफा जान, कार्यकारी पार्षदों और अन्य अधिकारियों के साथ विभिन्न Governmentी स्टॉलों का निरीक्षण किया और लाभार्थियों से बातचीत की.
डॉ. अखून ने अपने संबोधन में कहा कि इस तरह के अभियान प्रशासन और जनता के बीच दूरी को कम करते हैं और पारदर्शिता एवं दक्षता सुनिश्चित करते हैं.
वहीं, सांसद हनीफा जान ने कहा कि जनहित अभियान ने कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी जन-जन तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है. उपायुक्त राकेश कुमार ने कार्यक्रम के उद्देश्यों और उपलब्धियों की जानकारी दी, जबकि जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक ने अभियान की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की. कार्यक्रम के अंत में लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र, प्रमाण पत्र और पुरस्कार वितरित किए गए. यह आयोजन लद्दाख में समावेशी विकास, उद्यमिता और सहभागी शासन की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ.
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एएसएच/डीकेपी