नई दिल्ली, 27 जून . भारत के हेल्थ केयर, फार्मा, ऑटोमोटिव, मैन्युफैक्चरिंग, इंजीनियरिंग और इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में वित्त वर्ष 2024-25 की पहली छमाही में रोजगार में बढ़त देखने को मिल सकती है. यह जानकारी गुरुवार को जारी एक रिपोर्ट में दी गई.
स्टाफिंग कंपनी टीमलीज सर्विसेज की ओर से जारी रिपोर्ट में बताया गया कि देश की 23 इंडस्ट्रीज में रोजगार चालू वित्त वर्ष के पहले छह महीने में 6 प्रतिशत से अधिक दर के साथ बढ़ सकता है. वर्कफोर्स के आकार की वृद्धि के मामले में निर्माण, रियल एस्टेट, ट्रेवल, हॉस्पिटैलिटी, इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) और ईवी इन्फ्रास्ट्रक्चर शीर्ष पर हो सकते हैं.
टीमलीज सर्विसेज के सीईओ कार्तिक नारायण ने बताया कि 2024 में जी-20 में भारत सबसे तेजी से उभरती हुई अर्थव्यवस्था है. मजबूत मांग, निवेश और महंगाई कम होने के कारण जॉब मार्केट में लचीलापन रह सकता है.
उन्होंने आगे कहा कि हर पांच में से दो संस्थाएं स्किल डेवलपमेंट और टेक्नोलॉजिकल एडवांसमेंट्स को प्राथमिकता दे रही है. रोजगार अवसरों के मामले में दिल्ली, बेंगलुरु और हैदराबाद शीर्ष पर हैं.
रिपोर्ट में कहा गया कि जनरेटिव एआई के कारण लोगों को नौकरी पर रखने की स्ट्रेटेजी में बदलाव हुआ है. रिपोर्ट में कहा गया कि सर्वे में 56 प्रतिशत नियोक्ताओं का मानना है कि आने वाले दिनों में वे अपनी वर्कफोर्स बढ़ाएंगे, जो दिखाता है कि भारत में नौकरियों को लेकर सकारात्मक रुझान बना हुआ है. नियोक्ताओं की ओर से अच्छे कम्युनिकेशन स्किल, डिटेल पर निगाह रखने वाले और तकनीक स्किल में सक्षम युवाओं को प्राथमिकता दी जा रही है.
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एबीएस/एबीएम