महाकुंभ में स्वच्छता की चौपाल, स्वच्छता के प्रति जागरूकता पर जोर

महाकुंभ नगर, 8 फरवरी . महाकुंभ 2025 में स्नान के लिए आ रहे श्रद्धालुओं को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से शनिवार को जादू कार्यक्रम और स्वच्छता की चौपाल का आयोजन किया गया.

इस कार्यक्रम में दूर-दराज से आए श्रद्धालु भी शामिल हुए और सफाई व्यवस्था को लेकर अपने विचार साझा किए. कार्यक्रम में दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं ने महाकुंभ को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखने की जरूरत पर जोर दिया.

‘स्वच्छता की चौपाल’ में श्रद्धालुओं को महाकुंभ को स्वच्छ-सुंदर और सिंगल यूज़ प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए प्रेरित किया गया. आईईसी टीम श्रृष्टि वेस्ट मैनेजमेंट सर्विस के सदस्य सड़कों, शौचालयों और रैन बसेरों की व्यवस्थाओं की नियमित जांच कर रहे हैं, ताकि महाकुंभ के दौरान साफ-सफाई बनी रहे और श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो.

अगर महाकुंभ की बात करें तो यहां 40 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं. इस ऐतिहासिक आयोजन में देश के विभिन्न हिस्सों से साधु-संत, राजनेता, सामाजिक कार्यकर्ता और आमजन आस्था के साथ भाग ले रहे हैं. प्रयागराज का यह महाकुंभ सनातन संस्कृति की अनंत धारा को विश्व पटल पर गौरवान्वित कर रहा है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (मंत्रिमंडल समेत) संगम में डुबकी लगा चुके हैं. इसके अलावा प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल, हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी, मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल, केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, अर्जुन राम मेघवाल, श्रीपद नाइक, बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी, राज्यसभा सांसद सुधा मूर्ति, असम विधानसभा अध्यक्ष बिस्वजीत दैमारी, सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता माता प्रसाद पांडे ने आस्था की डुबकी लगाई.

इसके अलावा गोरखपुर के सांसद रवि किशन, हेमा मालिनी, पूर्व सांसद दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ और भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद भी संगम में स्नान कर चुके हैं. आगामी 10 फरवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी संगम में पावन डुबकी लगाने आएंगी.

पीएसके/एबीएम