New Delhi, 2 अक्टूबर . इलेक्ट्रॉनिक्स कंपोनेंट मैन्युफैक्चरिंग स्कीम (ईसीएमएस) से 1.41 लाख लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है. यह योजना बनाते समय की गई परिकल्पना 91,600 से करीब 1.5 गुना है. यह जानकारी केंद्र Government की ओर से Thursday को दी गई.
केंद्र Government ने एक आधिकारिक दस्तावेज में कहा कि ईसीएमएस के तहत Government को 1.15 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव मिले हैं, जो तय लक्ष्य 59,350 करोड़ रुपए से करीब दो गुना है. ईसीएमएस के लिए एप्लीकेशन विंडो 30 सितंबर को बंद हो गई है.
इस योजना का उद्देश्य इलेक्ट्रॉनिक्स कंपोनेंट मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम में बड़े निवेश आकर्षित करना, क्षमता विकसित करके घरेलू मूल्य संवर्धन (डीएवी) और भारतीय कंपनियों को ग्लोबल वैल्यू चेन (जीवीसी) के साथ इंटीग्रेट करके एक मजबूत कंपोनेंट इकोसिस्टम विकसित करना है.
इस स्कीम में Government द्वारा भारतीय मैन्युफैक्चरर्स को विभिन्न श्रेणियों के कंपोनेंट्स और सब-असेंबली के लिए अलग-अलग तरह के प्रोत्साहन प्रदान किए जाएंगे, जिससे वे टेक्नोलॉजिकल क्षमताएं और स्केल को हासिल कर पाएं.
इस स्कीम के अंतर्गत 4,56,500 करोड़ रुपए का उत्पादन करने तथा 91,600 लोगों के लिए प्रत्यक्ष रोजगार और अनेक अप्रत्यक्ष नौकरियां सृजित करने की योजना बनाई है, जिससे देश तेजी से इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग में आगे बढ़ सके.
हालांकि, अधिक आवेदन मिलने के साथ Government को उम्मीद है कि ईसीएमएस के तहत अब 10,34,751 करोड़ रुपए का उत्पादन होने का अनुमान है. साथ ही, कंपनियों को 41,468 करोड़ रुपए का प्रोत्साहन जारी किए जाने का अनुमान है, जो कि योजना को बनाते समय 22,805 करोड़ रुपए निर्धारित किया गया था.
Governmentी दस्तावेज में बताया गया कि ईसीएमएस के तहत कुल 249 आवेदन मिले हैं, जिसमें से सबसे अधिक 87 आवेदन इलेक्ट्रो-मैकेनिकल के लिए मिले हैं. इसके बाद 43 के साथ मल्टी-लेयर पीसीबी दूसरे और 22 के साथ डिस्प्ले मॉड्यूल सब-अलेंबली तीसरे स्थान पर है.
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एबीएस/