नागपुर, 4 नवंबर . महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियां जोरों पर हैं. इन सब के बीच सोमवार को चुनाव आयोग ने एक बड़ी कार्रवाई की है. चुनाव आयोग ने राज्य की पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) रश्मि शुक्ला का तबादला कर दिया है.
यह कार्रवाई उस समय की गई है जब राज्य में 20 नवंबर को मतदान होना है. महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने चुनाव आयोग को रश्मि शुक्ला के खिलाफ तीन बार शिकायत की थी, जिसके बाद आयोग की ओर से यह कदम उठाया गया है. चुनाव आयोग के इस एक्शन के बाद नाना पटोले की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने चुनाव आयोग का धन्यवाद किया और साथ-साथ सवाल उठाया कि महाराष्ट्र की डीजीपी को बदलने में इतना समय क्यों लगा?
नाना पटोले ने आरोप लगाया कि रश्मि शुक्ला एक आईपीएस अधिकारी होते हुए भी भाजपा को समर्थन देने का काम कर रही थीं और विपक्ष के नेताओं की फोन टैपिंग जैसी गतिविधियों में लिप्त थीं. उन्होंने कहा कि इतनी शिकायतों के बावजूद, आयोग ने कार्रवाई करने में विलंब किया, जो गंभीर चिंता का विषय है. रश्मि शुक्ला की भूमिका पर विपक्ष पहले भी सवाल उठा चुका है.
बता दें कि 1988 बैच की आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला राज्य की पहली महिला डीजीपी बनी थीं. इसी साल 4 जनवरी को उन्हें डीजीपी नियुक्त किया गया था. डीजीपी बनने से पहले वह केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) में महानिदेशक (डीजी) की जिम्मेदारी संभाल रहीं थीं. वह जून महीने में सेवानिवृत्त हो रही थीं, लेकिन सरकार ने उन्हें एक्सटेंशन दे दिया.
रश्मि शुक्ला का नाम महाविकास अघाड़ी (एमवीए) नेताओं के फोन टेप करने के मामले में घसीटा गया था, हालांकि इस मामले में उन्हें क्लीन चिट मिल गई थी.
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पीएसके/एएस