भाजपा के इशारे पर काम कर रहा चुनाव आयोग : कृष्णा अल्लावरु

Patna, 15 जुलाई . बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान के विरोध में विपक्ष ने मोर्चा खोल दिया है. इसी क्रम में Tuesday को बिहार कांग्रेस के प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने चुनाव आयोग पर जुबानी हमला किया और भाजपा को कठघरे में खड़ा किया.

Patna में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग अब जनता का नहीं, बल्कि भाजपा का चुनाव आयोग बन गया है. उन्होंने इंडिया गठबंधन की ओर से चुनौती दी कि आयोग जितने वोटर नामांकन की बात कर रहा है, उतनी रसीदें दिखा दे. अगर रसीदें दिखा दीं, तो हम मान लेंगे.

उन्होंने कहा कि बिहार में भाजपा ने जनता के मुद्दों को नजरअंदाज कर दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा चुनाव आयोग के जरिए वोट चुराने की कोशिश कर रही है ताकि अपने गलत कामों को छिपा सके. इंडिया गठबंधन सड़कों पर जनता की आवाज बनकर इसका विरोध करेगा.

Lok Sabha में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की ओर से बिहार को ‘क्राइम कैपिटल’ कहे जाने पर कहा कि बिहार में गुंडाराज है. यह देश का अपराध का केंद्र बन गया है. ऐसा तब से हुआ, जब से Chief Minister नीतीश कुमार बीमार हुए हैं और बिहार की Government भाजपा चला रही है.

इससे पहले, Monday को बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार ने मतदाता पुनरीक्षण के संबंध में कहा कि बिहार से पलायन कर देश के अन्य राज्यों में काम कर रहे करीब तीन करोड़ मजदूरों और कामगारों के नाम वोटर लिस्ट से गायब हो सकते हैं, जिससे वे आगामी विधानसभा चुनावों में मतदान से वंचित रह जाएंगे. उन्होंने इसे लोकतंत्र के लिए खतरनाक बताते हुए कहा कि चुनाव आयोग और Government को इस पर तुरंत गंभीरता से कार्रवाई करनी चाहिए.

राजेश कुमार ने सवाल उठाया कि जब 6 जनवरी 2025 को वोटर लिस्ट का अंतिम प्रकाशन हो चुका है, तो Government 25 दिन में उन तीन करोड़ प्रवासी लोगों के नाम कैसे जोड़ेगी? उन्होंने कहा कि दिल्ली, पंजाब, Haryana, Maharashtra जैसे राज्यों में बड़ी संख्या में बिहार के लोग रोजगार के लिए गए हुए हैं, लेकिन Government की व्यवस्था ऐसी है कि वे चाहकर भी अपने गांव जाकर मतदान नहीं कर सकते.

एमएनपी/पीएसके