पटना, 3 मई . बिहार में दो चरणों में नौ लोकसभा सीटों पर हुए चुनाव के बाद वोट प्रतिशत बढ़ाने को लेकर निर्वाचन आयोग के अलावा राजनीतिक दलों ने जोर लगाया है.
आयोग जहां जागरूकता अभियान के अलावा अन्य कई तरह की कवायद कर रहा है, वहीं, राजनीतिक दलों ने भी अब इसको लेकर पहल शुरू कर दी है.
प्रदेश निर्वाचन आयोग सभी बूथों पर आवश्यक सुविधा और मतदाताओं को बूथों तक लाने की मुहिम में जुटा हुआ है. पहले और दूसरे चरणों में मतदान को लेकर खास उत्साह नहीं दिख रहा है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जदयू कार्यकर्ताओं से बात की और वोट प्रतिशत बढ़ाने का टास्क दिया है. नीतीश कुमार ने कार्यकर्ताओं से अपील की है कि लोगों को मतदान केंद्र तक ले जाएं.
भाजपा ने भी अपने बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं और पन्ना प्रमुखों को भी वोट प्रतिशत बढ़ाने को लेकर लोगों को जागरूक करने का निर्देश दिया है.
बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर. श्रीनिवास ने राजनीतिक दलों को अपने स्तर से मतदाता पर्ची मतदाताओं को उपलब्ध कराने को कहा है. चुनाव आयोग के निर्देश पर बीएलओ के माध्यम से भी वोटर स्लीप उपलब्ध कराये जा रहे हैं.
श्रीनिवास ने कहा कि राजनीतिक दलों की ओर से वोटर स्लीप वितरित नहीं होने की शिकायत की जाती है. इसी के मद्देनजर सीईओ ने सभी हितधारकों से इसमें सहयोग करने की अपील की है.
बिहार में प्रथम चरण में 48.23 प्रतिशत तथा दूसरे चरण में 58.58 प्रतिशत मतदान हुआ है, जो पिछले लोकसभा चुनाव से कम है.
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एमएनपी/एकेएस