मुंबई, 8 दिसंबर . महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ईवीएम पर विपक्ष द्वारा उठाए जा रहे सवालों पर रविवार को प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राज्य की जनता ने महायुति को बहुमत दिया है.
एकनाथ शिंदे ने कहा है कि विपक्ष को समझना होगा कि महाराष्ट्र की जनता ने महायुति को बहुमत दिया है. विपक्ष को स्वागत करना चाहिए. महायुति की ढाई साल की सरकार ने बहुत काम किया है. हमारे द्वारा किए गए कार्यों को स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा.
ईवीएम के मुद्दे पर उन्होंने कहा, “मैं इतना ही कहूंगा कि अभी झारखंड विधानसभा चुनाव में इंडी एलायंस जीती है. वायनाड लोकसभा सीट से प्रियंका गांधी चुनाव जीती हैं. कांग्रेस जब चुनाव जीतती है तो ईवीएम ठीक हो जाती है. लेकिन जब चुनाव हारती है तो उनके लिए ईवीएम खराब हो जाती है. ईवीएम को लेकर पिछले कई साल से ये लोग रो रहे हैं, मुझे लगता है कि अब इन्हें बंद कर देना चाहिए.”
एकनाथ शिंदे ने कहा है कि लोकसभा के चुनाव में महायुति को दो करोड़ 48 लाख 12 हजार वोट मिले जो करीब 43.55 फीसद वोट थे. महा विकास अघाड़ी को 50 लाख वोट मिले जो 43.71 प्रतिशत था. हमारे खाते में 17 सीट आई. उन्हें 31 सीट मिली. तब उन्होंने ईवीएम पर सवाल नहीं खड़े किए. शिवसेना को 73 लाख 77 हजार वोट मिले. एनसीपी को सिर्फ 58 लाख वोट मिले, लेकिन उनके आठ सीट आई. हमारी सात सीट आई. तब उन्होंने ईवीएम को दोष नहीं दिया.
उन्होंने कहा कि हर चुनाव में प्रत्याशी को कभी सीट ज्यादा, तो कभी ज्यादा वोट मिलते हैं. चुनाव के बाद लोगों को सही आकलन करना चाहिए. महा विकास अघाड़ी को नासिक के मालेगांव में एक लाख 98 हजार वोट लोकसभा में मिले. विधानसभा में सात हजार 527 वोट मिले. वहां तो भाजपा भी नहीं थी. वहां किसने ईवीएम हैक कर लिया.
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव हारने के बाद ईवीएम पर सवाल खड़े करने से लोगों में संशय पैदा होता है. कांग्रेस और अन्य दल के नेता कहते हैं कि बैलेट से चुनाव करा लो. संविधान के तहत ही चुनाव होंगे. मैं फिर से कहना चाहता हूं कि महायुति ने काम की बदौलत चुनाव जीता है. विपक्ष को स्वागत करना चाहिए. महाराष्ट्र के विकास के लिए साथ आना चाहिए. कल महा विकास अघाड़ी के लोगों ने शपथ नहीं ली और कहा है कि ईवीएम का घोटाला है. आज शपथ ली है तो क्या ईवीएम के घोटाले का हस्तक्षेप खत्म हो गया है.
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डीकेएम/एकेजे