नई दिल्ली, 31 जनवरी . दिल्ली विधानसभा चुनाव से ठीक पहले आम आदमी पार्टी (आप) को शुक्रवार को बड़ा झटका लगा. ‘आप’ के आठ विधायकों ने पार्टी छोड़ दी है. बताया जा रहा है कि सभी विधायक इस बार टिकट नहीं मिलने से नाराज थे.
पार्टी छोड़ने वालों में राजेश ऋषि, नरेश यादव, भावना गौड़, रोहित महरौलिया, बीएस जून, मदन लाल, पवन शर्मा और गिरीश सोनी शामिल हैं. सभी ने आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और स्पीकर को पत्र लिखकर विधानसभा की सदस्यता भी छोड़ दी.
महरौली विधानसभा से आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक नरेश यादव ने पार्टी से इस्तीफा दिया. उन्होंने यह कदम टिकट काटे जाने के बाद उठाया. इस्तीफा देने के साथ ही नरेश यादव ने सोशल मीडिया के जरिए अपने क्षेत्रवासियों को इस निर्णय की जानकारी दी.
नरेश यादव ने इस्तीफा देते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी का गठन भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना आंदोलन से हुआ था, जिसका उद्देश्य भारतीय राजनीति से भ्रष्टाचार को समाप्त करना था. हालांकि, उन्होंने दुख जताते हुए कहा कि अब आम आदमी पार्टी खुद भ्रष्टाचार के दलदल में फंसी हुई है, जो पहले कभी भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़ी थी.
उन्होंने अपने बयान में कहा, “मैंने आम आदमी पार्टी को ईमानदारी की राजनीति के लिए ज्वाइन किया था, लेकिन अब पार्टी में कहीं भी ईमानदारी नजर नहीं आ रही. महरौली विधानसभा में पिछले 10 सालों से मैंने पूरी ईमानदारी से काम किया और वहां के लोग जानते हैं कि मैंने हमेशा अच्छे व्यवहार और काम की राजनीति की है.”
उन्होंने आगे कहा कि महरौली के लोगों से चर्चा की, जिन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी अब पूरी तरह से भ्रष्टाचार में लिप्त हो चुकी है. उन्होंने आरोप लगाया, “दिल्ली की जनता जानती है कि पार्टी ने भ्रष्टाचारियों को ही अपनी पार्टी में शामिल कर लिया है.”
उन्होंने अपने समर्थकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वह हमेशा ईमानदारी की राजनीति करेंगे और अपने क्षेत्रवासियों से आगे भी उनका समर्थन चाहते हैं. उन्होंने दिल्ली की जनता से वादा किया कि वे हमेशा अच्छे व्यवहार और काम की राजनीति करेंगे.
नरेश यादव ने कहा कि आम आदमी पार्टी की वर्तमान स्थिति को देखते हुए उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दिया है और इसके सभी पदों से मुक्त होने का अनुरोध किया है. नरेश यादव की तरह ही पार्टी के सभी इस्तीफा देने वाले विधायकों के पत्र सामने आए हैं. उन्होंने अपने क्षेत्र की जनता के लिए पत्र जारी करते हुए सोशल मीडिया पर भी इस्तीफे की बात लिखी.
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पीकेटी/एबीएम