काहिरा, 19 जनवरी . मिस्र ने इजरायल-हमास युद्ध विराम समझौते के प्रभावी होने के बाद रविवार को राफा बॉर्डर क्रॉसिंग से गाजा पट्टी में मानवीय सहायता से लदे ट्रक भेजना फिर से शुरू कर दिया है. यह जानकारी मिस्र के सरकारी टीवी ने दी.
सिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, 95 सहायता ट्रकों का एक शुरुआती जत्था मिस्र की तरफ से गाजा जाने वाली क्रॉसिंग से गुजरा. लगभग 500 और ट्रक उसके बाद पूरे दिन में आएंगे.
इससे पहले शुक्रवार शाम को, अलकाहेरा न्यूज़ चैनल ने बताया कि बड़ी संख्या में सहायता ट्रक राफा सीमा क्रॉसिंग पर खड़े हैं, जो गाजा में प्रवेश करने के लिए तैयार हैं. बताया जाता है कि ट्रकों में गाजा के निवासियों के लिए आवश्यक खाद्य सामग्री है.
मई 2024 से सहायता वितरण बाधित है, जब इजरायली सेना ने राफा सीमा पार के फिलिस्तीनी पक्ष पर कब्जा कर लिया था.
गाजा में लंबे समय से प्रतीक्षित युद्धविराम रविवार को तीन घंटे की देरी के बाद शुरू हो गया, जिससे 15 महीने के खूनी संघर्ष के बाद घेरे हुए क्षेत्र को राहत मिली.
मध्यस्थ कतर की घोषणा के मुताबिक सीजफायर रविवार सुबह 8.30 बजे शुरू होना था लेकिन ऐसा हो नहीं सका. दरअसल इजरायल ने कहा कि पूर्व निर्धारित संघर्षविराम रविवार को तब तक प्रभावी नहीं होगा जब तक फिलिस्तीनी ग्रुप तीन बंधकों के नामों की लिस्ट नहीं सौंप देता. हालांकि बाद में हमास ने तीन महिला बंधकों के नामों की लिस्ट जारी कर दी.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस देरी के दौरान भी इजरायल ने हमले जारी रखे, जिसमें कम से कम 13 फिलिस्तीनी मारे गए और 30 अन्य घायल हो गए.
समझौते के पहले चरण में हमास कुल 33 बंधकों को रिहा करेगा जिसके बदले में इजरायल सैंकड़ों फिलिस्तीनियों को रिहा करेगा.
हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हमला किया, जिसमें करीब 1,200 लोग मारे गए और 251 लोगों को बंधक बनाकर वापस गाजा ले जाया गया. इसके बाद यहूदी राष्ट्र ने हमास के कब्जे वाले गाजा पट्टी पर हमले शुरू कर दिए.
इजरायल की सैन्य अभियान ने गाजा को बर्बाद करके रख दिया.
गाजा में हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार शनिवार तक लगभग 46,899 फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं, तथा कम से कम 110,725 घायल हुए हैं.
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