पटना, 8 अप्रैल . बिहार निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने मंगलवार को भ्रष्टाचार के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करते हुए अलग-अलग सरकारी विभागों के दो कर्मचारियों को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया. बताया गया कि पटना में जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) के कार्यालय के लिपिक और सुपौल के वीरपुर एसडीपीओ के रीडर को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया.
निगरानी विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, पटना में डीईओ कार्यालय से गिरफ्तार लिपिक की पहचान पुंजय कुणाल के रूप में की गई है. बताया गया कि लिपिक ने शिक्षक रवि कुमार से रुके वेतन को रिलीज करवाने के लिए रिश्वत की मांग की थी. इसके बाद निगरानी ब्यूरो को रिश्वत की मांग से जुड़ी सूचना दी गई थी.
आरोपी को रंगेहाथ गिरफ्तार करने के लिए जाल बिछाया गया. तय समय के अनुसार, शिक्षक मंगलवार को बतौर रिश्वत लिपिक पुंजय कुणाल को 15 हजार रुपए दे रहा था, तभी निगरानी की टीम वहां पहुंच गई. इसके बाद आरोपी को रंगेहाथ रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया गया.
दूसरी तरफ, निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने सुपौल के वीरपुर एसडीपीओ कार्यालय में रीडर (आशु सहायक अवर निरीक्षक) बिट्टू कुमार को 30 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया. आरोपी की गिरफ्तारी एसडीपीओ वीरपुर के आवास गेट के सामने सड़क से की गई.
जानकारी के मुताबिक, भीमनगर के रहने वाले ललन कुमार ने निगरानी अन्वेषण ब्यूरो में शिकायत की थी कि होटल अतिथि गेस्ट हाउस से संबंधित एक मामले को रफादफा करने के लिए 30 हजार रुपए रिश्वत की मांग की जा रही है. शिकायत के बाद निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने इसका सत्यापन कराया. इसके बाद निगरानी ब्यूरो के पुलिस उपाधीक्षक पवन कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया.
टीम ने कार्रवाई करते हुए बिट्टू कुमार को 30 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया.
इस वर्ष अब तक 13 मामलों में 15 लोगों को रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया जा चुका है.
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एमएनपी/एबीएम/एकेजे