छात्रों को सड़क सुरक्षा के बारे में शिक्षित करना जिम्मेदार नागरिक बनाने में अहम कदम : नितिन गडकरी

New Delhi, 4 सितंबर . केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने Thursday को New Delhi में ‘विजन जीरो: लाइफ फर्स्ट, ऑलवेज’ विषय पर केंद्रित फिक्की सड़क सुरक्षा पुरस्कार एवं संगोष्ठी 2025 के सातवें संस्करण को संबोधित किया. गडकरी ने सड़कों को लेकर स्थायी बदलाव लाने के लिए सामूहिक जिम्मेदारी और सक्रिय जनभागीदारी के महत्व पर जोर दिया.

Union Minister नितिन गडकरी ने कहा कि सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के सहयोग से सभी क्षेत्रीय भाषाओं में स्कूल और कॉलेज के पाठ्यक्रमों में सड़क सुरक्षा से संबंधित शिक्षा को शामिल कर रहा है. इस राष्ट्रीय स्तर की पहल का आधिकारिक उद्घाटन केंद्रीय विद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान किया गया, जिससे देश भर के युवाओं को लक्षित करते हुए व्यापक जागरूकता अभियान की शुरुआत हुई.

गडकरी ने कहा कि भले ही हम नियमों, प्रवर्तन और बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की दिशा में काम कर रहे हैं, लेकिन तकनीकी प्रगति के बावजूद सड़क पर मानव व्यवहार में बदलाव लाना सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है. ऐसा करने का सबसे अच्छा तरीका है कि हम अपने बच्चों को कम उम्र से ही शिक्षा दें, जागरूक करें और प्रशिक्षण प्रदान करें.

कार्यक्रम के दौरान उल्लेख की गई अन्य प्रमुख पहलों और घोषणाओं में वाहन सुरक्षा बढ़ाने के लिए India एनसीएपी (न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम) को अपनाना, बस बॉडी कोड और सड़क सुरक्षा ऑडिट का प्रवर्तन, ट्रक चालकों के लिए सुरक्षित कार्य स्थितियां सुनिश्चित करने के लिए वातानुकूलित ट्रक केबिन और थकान का पता लगाने वाली प्रणालियां, देशव्यापी जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से अमिताभ बच्चन जैसे नायकों और शंकर महादेवन के संगीतमय सहयोग से तैयार एवं 22 भारतीय भाषाओं में अनूदित जागरूकता अभियान का प्रसार, राह-वीर योजना के तहत सड़क दुर्घटना पीड़ितों की सहायता करने वाले नेक लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रति घटना 25 हजार रुपए का इनाम दिया जाएगा, पैदल यात्रियों की सुरक्षा और समावेशिता बढ़ाने के लिए आवश्यक लिफ्ट-एनेबल्ड फुट ओवरब्रिज और स्कूटर-सुलभ बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देना, उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों की पहचान करने, दुर्घटनाओं के मूल कारणों का विश्लेषण करने और सुधारात्मक कार्रवाई का क्रियान्वयन करने के लिए डेटा-आधारित सड़क सुरक्षा ऑडिट और सेवानिवृत्त पेशेवरों सहित नागरिकों को सड़क सुरक्षा जागरूकता फैलाने के लिए स्कूलों और कॉलेजों में स्वयंसेवा करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए आउटरीच प्रयास शामिल हैं.

गडकरी ने अपने संबोधन के समापन पर दोहराया कि Government प्रगतिशील नीतियां और सुरक्षा ढांचे लागू करती रहती है, लेकिन यह प्रत्येक नागरिक की साझा जिम्मेदारी है कि वह सड़क नियमों का पालन करे, यातायात मानदंडों का सम्मान करे और आपात स्थिति के दौरान मदद करे.

फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के Government के अभियान के समर्थन में सड़क सुरक्षा में उत्कृष्ट योगदान देने वाली कंपनियों और संस्थानों को सम्मानित किया गया. पुरस्कार विजेताओं में शीर्ष मोटर वाहन निर्माता, तकनीकी कंपनियां और सुरक्षा-केंद्रित संगठन शामिल थे, जिन्हें उनके प्रभावशाली नवाचारों और पहलों के लिए सम्मानित किया गया.

एएसएच/डीकेपी