New Delhi, 26 अगस्त . Enforcement Directorate (ईडी) ने Tuesday को दिल्ली Government के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज के आवास समेत कई जगहों पर एक साथ छापेमारी की. यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम, 2002 (पीएमएलए) की धारा 17 के तहत की जा रही है. ईडी की यह छापेमारी दिल्ली अस्पताल निर्माण घोटाले से जुड़े मामलों की जांच को लेकर की गई है.
यह मामला First Information Report संख्या 37/2025 दिनांक 26 जून 2025 पर आधारित है, जिसे दिल्ली Police की एंटी करप्शन ब्रांच (एसीबी) ने दर्ज किया था. First Information Report में दिल्ली Government के पूर्व स्वास्थ्य मंत्रियों, निजी ठेकेदारों और अज्ञात Governmentी अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं.
एसीबी की First Information Report और ईडी की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि दिल्ली Government के स्वास्थ्य ढांचे से जुड़ी परियोजनाओं में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार, अनुचित लागत बढ़ोतरी, अनधिकृत निर्माण और फंड्स की हेराफेरी की गई है.
इसी सिलसिले में ईडी की टीमें Tuesday सुबह दिल्ली के पूर्व मंत्री सौरभ भारद्वाज के आवास पर भी पहुंचीं. इसके साथ ही कई निजी ठेकेदारों के दफ्तरों और आवासों पर भी तलाशी ली जा रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि आखिरकार जनता के पैसों को किस तरह से डायवर्ट और मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए इस्तेमाल किया गया.
इस बीच, छापेमारी की खबर सामने आने के बाद दिल्ली की पूर्व Chief Minister और नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने केंद्र Government और ईडी की कार्रवाई पर सवाल उठाए.
उन्होंने social media प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “आज सौरभ भारद्वाज के यहां रेड क्यों हुई? पूरे देश में Prime Minister Narendra Modi की डिग्री पर सवाल उठ रहे हैं. क्या मोदी जी की डिग्री फर्जी है? इस चर्चा से ध्यान हटाने के लिए ही यह रेड डाली गई है. जिस समय का केस बताया जा रहा है, उस समय सौरभ भारद्वाज मंत्री भी नहीं थे. यानी पूरा केस ही झूठा है.”
आतिशी ने आगे कहा कि आम आदमी पार्टी के नेताओं को झूठे मामलों में फंसाया जा रहा है. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि सत्येंद्र जैन को तीन साल जेल में रखकर आखिरकार सीबीआई और ईडी को क्लोजर रिपोर्ट देनी पड़ी. इससे साफ है कि आप नेताओं पर लगाए गए सारे केस सिर्फ राजनीति से प्रेरित और निराधार हैं.
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पीएसके