रांची, 8 मई . ईडी ने झारखंड सरकार के मंत्री आलमगीर आलम के पीएस संजीव कुमार लाल के सचिवालय स्थित चैंबर से भी लाखों रुपए बरामद किए हैं.
बुधवार को संजीव कुमार लाल और उनके घरेलू सहायक जहांगीर आलम को रिमांड पर लेने के बाद ईडी की टीम उन्हें लेकर सचिवालय पहुंची. उनकी मौजूदगी में उनके चैंबर की तलाशी ली. उनके टेबल के दराज में रुपयों के बंडल मिले. ईडी की टीम ने दफ्तर के कागजात भी खंगाले हैं. तलाशी के दौरान ईडी के एडिशनल डायरेक्टर कपिल राज भी थोड़ी देर के लिए मौजूद रहे.
बता दें कि इसके पहले सोमवार और मंगलवार को रांची में एक दर्जन से भी ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी में ईडी ने 37.37 करोड़ रुपये बरामद किए हैं. इसमें से जहांगीर आलम के फ्लैट से 32.20 करोड़, संजीव लाल की पत्नी की कंपनी में पार्टनर बिल्डर मुन्ना सिंह के घर से 2.93 करोड़, संजीव लाल के घर से 10.50 लाख और एक कांट्रैक्टर राजीव सिंह के फ्लैट से डेढ़ करोड़ रुपए मिले.
ईडी ने संजीव लाल और जहांगीर आलम को रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में जो आवेदन दिया था, उसमें कहा गया है कि झारखंड के ग्रामीण विकास विभाग की योजनाओ में 15 प्रतिशत की दर से वसूली होती है. संजीव लाल टेंडर मैनेज कर कमीशन वसूलता है और इस रकम का बड़ा हिस्सा बड़े अफसरों और राजनीतिज्ञों तक जाता है.
यह तय माना जा रहा है कि कई अन्य अफसर और नेता इस मामले में ईडी के रडार पर आएंगे. मंत्री आलमगीर आलम को भी समन करने की तैयारी चल रही है.
सचिवालय में मंत्री के पीएस के चैंबर से लाखों रुपए की बरामदगी पर झारखंड प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने सीएम चंपई सोरेन को निशाने पर लिया है.
उन्होंने एक्स पर सीएम को टैग करते हुए लिखा, “सुना है ईडी की तलाशी में मंत्री आलमगीर आलम के ओएसडी संजीव लाल के प्रोजेक्ट बिल्डिंग के ऑफिस चैंबर से भी लाखों रूपये मिला है. ठीक इसी के ऊपर मुख्यमंत्री चंपई सोरेन का भी ऑफिस है. आंख खोलकर देखिये चंपई सोरेन जी आपकी नाक के नीचे कैसे ऑफिस में भी रिश्वत ली जा रही है और रखी जा रही है. संभलिये और तुरंत आपराधिक मुक़दमा दर्ज कराने की कारवाई का आदेश दीजिये. विलंब कीजिएगा तो वो दिन दूर नहीं जब इन अपराधों का घड़ा आपके माथे भी फूटेगा.”
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एसएनसी/एबीएम