चेन्नई, 16 अगस्त . डीएमके के संगठन सचिव आरएस भारती ने मंत्री आई. पेरियासामी से जुड़े ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी की कड़ी निंदा की है. उन्होंने कहा कि ये छापे भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा डीएमके के खिलाफ राजनीतिक प्रतिशोध का हिस्सा हैं.
उन्होंने कहा कि पेरियासामी ने 2006-2011 की डीएमके सरकार में आवास बोर्ड मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान कथित आय से अधिक संपत्ति से संबंधित एक मामले में 2022 में ईडी की जांच में पहले ही सहयोग किया था.
डीएमके नेता ने ईडी की अचानक छापेमारी पर सवाल उठाते हुए कहा कि इनका उद्देश्य डीएमके की प्रतिष्ठा धूमिल करना और ‘वोट चोरी’ के मुद्दे से जनता का ध्यान भटकाना है. भाजपा को जब कोई मुद्दा नहीं मिलता है तो वह इसी तरह के हथकंडे अपनाती है.
आरएस भारती ने विश्वास व्यक्त किया कि डीएमके कानून का पालन करती रहेगी और बिना किसी डर के ऐसी राजनीति से प्रेरित कार्रवाइयों का सामना करेगी. Supreme court ने ईडी की विश्वसनीयता पर चिंता जताई है और कहा है कि पिछले 10 वर्षों में एजेंसी ने 5,300 मामले दर्ज किए हैं, लेकिन केवल 40 मामलों में ही दोषसिद्धि हो पाई है. इससे जनता के बीच एजेंसी की विश्वसनीयता पर संदेह पैदा हो गया है.
उन्होंने आगे कहा कि अदालत ने यह भी सवाल उठाया है कि ईडी का इस्तेमाल राजनीतिक विवादों के लिए क्यों किया जा रहा है और बिना सबूत के आरोप लगाने के लिए एजेंसी की आलोचना की है.
अवैध धन शोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने Saturday सुबह से ही तमिलनाडु के मंत्री आई. पेरियासामी और उनके बेटे एमए. सेंथिलकुमार से जुड़े कई ठिकानों पर गहन तलाशी से जुड़ी कार्रवाई की. चेन्नई, मदुरै और डिंडीगुल सहित कई जिलों में पेरियासामी से जुड़े ठिकानों पर तलाशी लेने की खबर आई.
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एकेएस/एबीएम