कोलकाता, 10 फरवरी . प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारी पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में ईडी और सीएपीएफ कर्मियों पर हमले के कथित मास्टरमाइंड और तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां की संपत्ति कुर्क करने के लिए कानूनी विकल्पों पर विचार कर रहे हैं.
शाहजहां 5 जनवरी को संदेशखाली में हुए हमले के बाद से फरार है. इस दिन ईडी की टीम राज्य में करोड़ों रुपये के राशन वितरण मामले के संबंध में तलाशी अभियान के लिए उनके आवास पर पहुंची थी. इसी दौरान टीम पर हमला हुआ था.
सूत्रों ने बताया कि ईडी के अधिकारी अब अपने कानून विशेषज्ञों से परामर्श ले रहे हैं कि अदालत के रास्ते ऐसी संपत्तियों को कैसे कुर्क किया जा सकता है.
सूत्रों ने कहा कि वर्तमान में केंद्रीय एजेंसी के अधिकारी शाहजहां और उनके परिवार के सदस्यों की संपत्ति और परिसंपत्तियों से संबंधित दस्तावेजों के विवरण की जांच कर रहे हैं, ऐसी परिसंपत्तियों की खरीद के लिए धन के स्रोतों की पहचान कर रहे हैं और इस प्रकार उन्हें राशन वितरण मामले की आय से जोड़ रहे हैं.
साथ ही, शेख शाहजहां और उसके परिवार के सदस्यों के नाम पर कई बैंक खातों में हुए लेनदेन की जांच भी केंद्रीय एजेंसी कर रही है.
सूत्रों ने कहा कि यह अभी तक अनिश्चित है कि ईडी के अधिकारी फरार तृणमूल कांग्रेस नेता को कब पकड़ेंगे. इस बीच जांच अधिकारी राशन वितरण मामले के संबंध में उनके खिलाफ एक पुख्ता मामला बनाने की कोशिश में जुटना चाहते हैं.
सूत्रों ने कहा कि उनकी संपत्तियों की कुर्की और उनके बैंक खातों को जब्त करना जरूरी हो गया है. एक बार ऐसा हो जाने के बाद, फरार सत्तारूढ़ दल के नेता पर आत्मसमर्पण करने का दबाव होगा.
ईडी और सीएपीएफ अधिकारियों पर हमले को 36 दिन बीत चुके हैं, लेकिन शाहजहां को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है.
ईडी ने पहले ही इस आशंका में शाहजहां के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर दिया है कि वह पड़ोसी देश बांग्लादेश भाग सकता है.
–
एफजेड/एबीएम