ईडी की कार्रवाई, रिलायंस कम्युनिकेशंस की 4,462 करोड़ की संपत्ति कुर्क

New Delhi, 3 नवंबर . Enforcement Directorate (ईडी) ने रिलायंस कम्युनिकेशंस लिमिटेड से जुड़े बैंक धोखाधड़ी मामले में बड़ी कार्रवाई की. ईडी ने नवी Mumbai स्थित धीरूभाई अंबानी नॉलेज सिटी (डीएकेसी) की 132 एकड़ से अधिक भूमि अस्थायी रूप से कुर्क की है. इस संपत्ति का मूल्य 4,462.81 करोड़ रुपए से अधिक बताया गया है.

ईडी मुख्यालय के विशेष कार्य बल ने यह कुर्की धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत की है. इसके साथ ही समूह की अब तक कुर्क की गई कुल संपत्तियों की कीमत 7,500 करोड़ रुपए से अधिक हो गई है.

इससे पहले, ईडी ने रिलायंस कम्युनिकेशंस लिमिटेड (आरकॉम), रिलायंस कमर्शियल फाइनेंस लिमिटेड और रिलायंस होम फाइनेंस लिमिटेड से जुड़े मामलों में 3,083 करोड़ रुपए से अधिक कीमत की 42 संपत्तियां कुर्क की थीं. जांच एजेंसी ने यह कार्रवाई सीबीआई द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर शुरू की थी, जिसमें भारतीय दंड संहिता की धारा 120-बी, 406, 420 और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराएं शामिल हैं.

ईडी की जांच में सामने आया है कि आरकॉम और उसकी समूह कंपनियों ने वर्ष 2010 से 2012 के बीच घरेलू व विदेशी बैंकों से बड़े पैमाने पर ऋण लिया था, जिन पर 40,185 करोड़ रुपए का बकाया है. इनमें से पांच बैंकों ने समूह के ऋण खातों को ‘धोखाधड़ी’ घोषित किया है.

जांच में यह भी पाया गया कि समूह की संस्थाओं ने एक बैंक से लिए गए ऋणों का उपयोग अन्य बैंकों के ऋणों के पुनर्भुगतान, संबंधित पक्षों को हस्तांतरण और म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए किया, जो ऋण शर्तों का उल्लंघन था.

ईडी के मुताबिक, समूह कंपनियों ने ऋणों को सदैव चालू (इवरग्रीनिंग ऑफ लोन) दिखाने के लिए 13,600 करोड़ रुपए से अधिक राशि डायवर्ट की, जिनमें से 12,600 करोड़ रुपए संबंधित पक्षों को हस्तांतरित किए गए और 1,800 करोड़ एफडी व म्यूचुअल फंड में निवेश कर पुनः समूह को लौटाए गए.

जांच एजेंसी ने यह भी खुलासा किया कि बिल डिस्काउंटिंग के माध्यम से फर्जी लेनदेन कर भारी वित्तीय अनियमितताएं की गईं, जबकि कुछ धनराशि विदेशों में भेजी गई.

ईडी ने कहा कि अब तक इस मामले में कुल 7,545 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्तियां कुर्क की जा चुकी हैं और आगे की जांच जारी है.

एएसएच/डीकेपी