चंडीगढ़, 9 मई . हरियाणा में जारी राजनीतिक उठापटक के बीच पूर्व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने राज्यपाल को पत्र लिखकर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है, साथ ही फ्लोर टेस्ट की भी मांग की है.
दुष्यंत चौटाला ने स्पष्ट कर दिया है कि वो मौजूदा सरकार का समर्थन नहीं करते. हरियाणा में किसी दूसरे दल द्वारा सरकार बनाने के लिए दरवाजे हमेशा खुले हैं.
बता दें कि हरियाणा की मौजूदा नायब सिंह सैनी की सरकार तब से एक सियासी संकट का सामना कर रही है जब तीन निर्दलीय विधायकों ने सरकार से समर्थन वापस से लिया.
तीनों ने सरकार से समर्थन वापस लेते हुए कांग्रेस को समर्थन देने का ऐलान किया है. इसके बाद से ही मौजूदा सरकार पर खतरे के बादल मंडराने लगे.
हरियाणा में फिलहाल 88 विधायक हैं. बीजेपी के पास 40, कांग्रेस के पास 30, जेजेपी के पास 10, हलोपा और इनेलो के पास 1-1 विधायक हैं.
दुष्यंत चौटाला की मांग है कि राज्यपाल नायब सरकार को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के लिए बुलाएं.
हरियाणा सरकार को अल्पमत में साबित करने के लिए विपक्षी दलों को अविश्वास प्रस्ताव लाना होगा. कांग्रेस मार्च में ही हरियाणा विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाई थी, ऐसे में तकनीकी तौर पर अभी विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव सरकार के खिलाफ नहीं लाया जा सकता.
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