साइबर सेल की तत्परता से 12 दिनों में डिजिटल अरेस्ट हुए पीड़ित के लाखों वापस

नोएडा, 17 अक्टूबर . नोएडा की साइबर सेल पुलिस की तत्परता से एक पीड़ित के लाखों रुपए ठगी होने के महज 12 दिन के अंदर उसके अकाउंट में वापस आ गए. साइबर ठगों ने पीड़ित को डिजिटल अरेस्ट कर उससे लाखों रुपए की ठगी की थी.

साइबर सेल ने जानकारी देते हुए बताया है कि 23 अगस्त को पीड़ित को मनी लॉन्ड्रिंग आदि विभिन्न मुकदमों में आरोपी बनाते हुए डिजिटल अरेस्ट कर लिया गया था. साइबर ठगों द्वारा डर दिखाकर उससे पैसे की मांग करते हुए 27 अगस्त को शिकायतकर्ता के खाते से 5,20,000 रुपये संदिग्ध खाते में ट्रांसफर करा लिये गये थे. जिसके बाद पीड़ित ने एक ऑनलाइन शिकायत एनसीआरपी पोर्टल पर दर्ज कराई थी.

ये शिकायत 3 अक्टूबर को एनसीआरपी पोर्टल के माध्यम से थाना साइबर क्राइम सेक्टर 36 नोएडा पर प्राप्त हुई थी. इसके बाद इस शिकायत पर थाना साइबर क्राइम टीम ने त्वरित कार्यवाही करते हुए संदिग्ध खाते को फ्रीज करवाया और न्यायालय के माध्यम से मात्र 12 दिन में ही पीड़ित के साथ जालसाजी कर ठगी गयी पूरी धनराशि पीड़ित को वापस करा दी गयी.

साइबर सेल ने लोगों को जागरूक करते हुए बताया है कि पुलिस किसी को भी फोन कॉल पर डिजिटल अरेस्ट नहीं करती है. सर्वोच्च न्यायालय या किसी अन्य न्यायालय द्वारा ऐसे प्रकरण में फोन कॉल के माध्यम से सुनवाई नहीं की जाती है. आरबीआई या किसी अन्य संस्था द्वारा फिजिकल मनी का आपके खाते से सत्यापन नहीं किया जाता है.

इस तरह से सीबीआई अधिकारी, साइबर अधिकारी, आरबीआई या किसी अन्य संस्था का अधिकारी बनकर आपके पास फोन कॉल, इंटरनेट, स्काइप, जूम विडियो कॉल आती है और जांच के नाम पर पैसे को ट्रांसफर किए जाने के लिए कहा जाता है या मनी लांड्रिग के केस का डर दिखाया जाता है तो तत्काल अपने निकटवर्ती थाना या साइबर सेल में संपर्क कर सकते हैं.

पीकेटी/एबीएम