भारत में मजबूत लीजिंग के कारण मॉल में तेजी से भर रहे खाली स्पेस

मुंबई, 9 दिसंबर . अनुकूल आर्थिक कारकों और बढ़ती समृद्धि के बीच रिटेल सेक्टर की वृद्धि से प्रेरित होकर, भारत में मॉल में खाली पड़े स्पेस को लेकर कमी आ रही है. सोमवार को आई एक रिपोर्ट के अनुसार, मॉल का खाली स्पेस जो कि 2021 में 15.5 प्रतिशत था, 2024 में घटकर 8.3 प्रतिशत रह गया है.

चालू वर्ष की पहली छमाही ने पिछले दो वर्षों में देखी गई लीजिंग गति को दर्शाया है, जिसमें प्रमुख शहरों में तीन मिलियन वर्ग फुट से अधिक स्पेस लीज पर दिए गए हैं.

एनारॉक की एक रिपोर्ट के अनुसार, अगले कुछ वर्षों में इन सभी शहरों में आपूर्ति में बड़ी वृद्धि देखी जाएगी, जिसमें दिल्ली-एनसीआर का हिस्सा सबसे अधिक होगा.

एनारॉक ग्रुप के सीईओ और एमडी-रिटेल, इंडस्ट्रियल और लॉजिस्टिक्स अनुज केजरीवाल ने कहा, “सीमित आपूर्ति और मजबूत लीजिंग के कारण प्रमुख मॉल में खाली स्पेस को लेकर कमी आ रही है. देश भर के सुपीरियर मॉल लगभग पूरी क्षमता से काम कर रहे हैं.”

प्रमुख राष्ट्रीय और वैश्विक ब्रांड शहरों में सफल मॉल और हाई स्ट्रीट में क्वालिटी स्पेस लेने के लिए उत्सुक हैं.

रिपोर्ट के अनुसार, परिधान और एक्सेसरीज और फूड बेवरेज कैटेगरी सेगमेंट में लीडिंग बनी हुई हैं. हालांकि, घड़ियों और आभूषणों के लिए एक्सक्लूसिव स्टोर ने भी वर्ष के दौरान वृद्धि देखी है, जो कुल रिटेल लीजिंग की मात्रा का लगभग 6 प्रतिशत है.

अनुज केजरीवाल ने आगे कहा, ” रिटेलर और ब्रांड छोटे स्थानों को प्राथमिकता देना जारी रखते हैं क्योंकि लगभग 70 प्रतिशत लीज स्पेस ऐड 2,500 वर्ग फुट तक के लिए थे.”

उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में जैसे-जैसे नई आपूर्ति बढ़ेगी, बड़े स्थान कुल लीज वाले क्षेत्र में बढ़ती हिस्सेदारी हासिल करेंगे. अगले 4-5 वर्षों में आने वाली आपूर्ति का सबसे बड़ा हिस्सा दिल्ली-एनसीआर, मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) और हैदराबाद में होगा. कुल आने वाली आपूर्ति में इनका हिस्सा 85 प्रतिशत से अधिक है.

इस बीच, प्रमुख हाई स्ट्रीट में किराये के मूल्य बढ़ रहे हैं और उम्मीद है कि जब तक क्वालिटी नई सप्लाई नहीं जुड़ती, तब तक यह वृद्धि जारी रहेगी. रिपोर्ट में कहा गया है कि लगातार तीसरे साल मांग आपूर्ति से अधिक रही है.

एसकेटी/एएस