डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर के संविधान को आगे बढ़ाना चाहिए : समीर वानखेड़े

मुंबई, 6 दिसंबर . बाबासाहेब डॉ. बी.आर. अंबेडकर के 69 वें महापरिनिर्वाण दिवस पर एनसीबी के पूर्व जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने कहा है कि आज महापरिनिर्वाण दिवस हमारे और दुनिया के लिए दो कारणों से बहुत महत्वपूर्ण दिन है.

पहला, यह त्रिशरण पंचशील के सिद्धांतों को याद करने और उनका पालन करने का दिन है. दूसरा, यह हमारे पूजनीय डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर द्वारा दिए गए संविधान को याद करने और उसे बढ़ावा देने का दिन है.

कांग्रेस द्वारा लोकसभा चुनाव के दौरान संविधान बदलने की बात कहने पर उन्होंने कहा कि मेरा राजनीति से कोई संबंध नहीं है. मैं लोकसेवक हूं. हालांकि, मैं समझता हूं कि लोकतंत्र में सभी को अपनी बात कहने का अधिकार है. मेरी ओर से सभी को शुभकामनाएं.

राजनीति में आने पर उन्होंने कहा है कि मैं भीमराव अंबेडकर का एक छोटा सा अनुयायी हूं और एक लोक सेवक हूं. भाग्य में क्या लिखा है, यह किसी को पता नहीं है. लोगों की सेवा कल भी करता था आज भी कर रहा हूं, कल क्या करूंगा, इस पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा.

एनसीबी के पूर्व जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े और उनकी पत्नी ने मुंबई में बाबासाहेब अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि दी.

समीर वानखेड़े ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर एक पोस्ट किया. पोस्ट में उन्होंने लिखा है कि हमें अपने पैरों पर खड़ा होना चाहिए और अपने अधिकारों के लिए जितना हो सके, संघर्ष करना चाहिए. इसलिए अपना आंदोलन जारी रखें और अपनी ताकतों को संगठित करें. शक्ति और प्रतिष्ठा संघर्ष के माध्यम से ही आपके पास आएगी.

डॉ. बी.आर. अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर फिल्म अभिनेत्री और निर्देशक क्रांति रेडकर ने कहा है कि आज उनकी पुण्यतिथि है, हमें उनके द्वारा किए गए कार्यों को अपने दिल में संजोना चाहिए. हमें लोगों के लिए उनके द्वारा किए गए असीम प्रयासों और उनके संघर्षों को याद रखना चाहिए.

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