बीजिंग, 22 फरवरी . डीपीआरके की आधिकारिक समाचार एजेंसी कोरियाई केंद्रीय समाचार एजेंसी (केसीएनए) के अनुसार, डीपीआरके के रक्षा मंत्रालय के प्रेस कार्यालय के प्रभारी ने 21 फरवरी को एक भाषण दिया और डीपीआरके के खिलाफ सैन्य उकसावे को बढ़ाने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन की निंदा की. उन्होंने कहा कि डीपीआरके दुश्मन की रणनीतिक धमकियों का जवाब रणनीतिक साधनों से देगा.
इस भाषण के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के सत्ता में आने के बाद से अमेरिका और उसके अनुयायियों की सैन्य उकसावे वाली गतिविधियां, जो डीपीआरके के सुरक्षा वातावरण के लिए खतरा बन रही हैं, तेज हो गई हैं. अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने डीपीआरके की दक्षिणी सीमा के आसपास संयुक्त लाइव-फायर प्रशिक्षण का आयोजन किया.
अमेरिका ने दक्षिण कोरिया के बुसान लड़ाकू अड्डे पर परमाणु पनडुब्बियां भेजीं और डीपीआरके की हवाई टोही करने के लिए विभिन्न सामरिक और रणनीतिक टोही विमान भेजे हैं. साथ ही, अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने मार्च 2025 में बड़े पैमाने पर संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘फ्रीडम शील्ड’ को मजबूत करने की भी योजना बनाई है.
साथ ही कहा गया है कि अमेरिका डीपीआरके के आत्मरक्षा परमाणु निवारण को एक “अनुचित उपाय” कहता है, जबकि अमेरिका की स्वयं की आधिपत्यपूर्ण परमाणु शक्ति संवर्धन गतिविधियों को “वैधता” व “नियमितता” का नाम देता है. यह “विशिष्ट अमेरिकी अहंकार के दोहरे मापदंड वाला तर्क है”.
इस भाषण में इस बात पर जोर दिया गया कि डीपीआरके “अमेरिका और अन्य शत्रुओं की ओर से उत्पन्न रणनीतिक खतरों का जवाब रणनीतिक तरीकों से देगा.”
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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