मैनपुरी, 28 दिसंबर . सपा प्रमुख अखिलेश यादव लगातार कुंभ मेले में अव्यवस्था का आरोप लगा रहे है. इसको लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बयानबाजियों का दौर शुरू हो गया है.
उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन एवं सांस्कृतिक विभाग के कैबिनेट मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि 2013 में महाकुंभ मेले के समय अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे और इसकी जिम्मेदारी आजम खान को दी गई थी. तब अव्यवस्था के कारण भगदड़ में दर्जनों श्रद्धालुओं की मौत हुई थी. जबकि इस बार कुंभ को दिव्य, अलौकिक और ऐतिहासिक बनाने के लिए थ्री लेयर की सिक्योरिटी रखी गई है, जिससे श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो.
उन्होंने कहा कि 2019 में जब कुंभ मेला लगा तो दुनिया ने उसे सराहा. कोई भी अप्रिय घटना 2019 के कुंभ मेले में नहीं हुई थी. उस कुंभ में 24 करोड़ श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया था और बिना किसी बाधा के यह संपन्न हुआ था. इस बार का कुंभ दिव्य और भव्य होगा. भारत सरकार और प्रदेश सरकार इस दिशा में काम कर रही है. हम किसी भी स्तर पर कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे. इस बार कुंभ मेले में 40 से 50 करोड़ श्रद्धालु हिस्सा लेंगे.
हर 12 साल में एक बार आयोजित होने वाला महाकुंभ 13 जनवरी से शुरू होकर 26 फरवरी 2025 को प्रयागराज में समाप्त होने वाला है. महाकुंभ मेला न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति, सामाजिक एकता और श्रद्धा का भी प्रतीक है. इस बार महाकुंभ मेला 2025 में प्रयागराज में आयोजित किया जा रहा है.
इससे पहले 2013 में प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन हुआ था. महाकुंभ में विभिन्न अखाड़ों के साधु-संत भी जुटते हैं. इस दौरान वे हवन, पूजा और अन्य धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेते हैं. महाकुंभ में कुछ विशिष्ट दिनों को शाही स्नान के रूप में मनाया जाता है. इसमें श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ता है.
–
एकेएस/