New Delhi, 29 जुलाई . Samajwadi Party की सांसद डिंपल यादव ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर Lok Sabha में जारी चर्चा के दौरान Government पर निशाना साधा. उन्होंने पहलगाम हमले को Government की चूक बताया. उन्होंने कहा कि पहलगाम की घटना सुरक्षा चूक है, क्योंकि Government के कहने पर ही टूरिस्ट वहां जा रहे थे.
सपा सांसद डिंपल यादव ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के लिए भारतीय सेना की तारीफ की. उन्होंने कहा, “हमें अपनी सेना पर गर्व है. सेना के शौर्य, सामर्थ्य, साहस और पराक्रम को मेरा शत-शत नमन है. भारतीय सेना ने मातृभूमि की रक्षा की है और इसके लिए हम उनके हमेशा कृतज्ञ रहेंगे. सेना हमारा अभिमान भी है और हमारा सम्मान भी है.”
सपा सांसद डिंपल यादव ने पहलगाम आतंकी हमले को दुखद और India की सुरक्षा पर गहरा आघात बताया. साथ ही पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की. डिंपल यादव ने Lok Sabha में बोलते हुए कहा, “हम उन भारतीय नागरिकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं जिन्होंने सीमा पर अपनी जान गंवाई या घायल हुए. 22 अप्रैल को पहलगाम में हुआ आतंकी हमला India की सुरक्षा पर एक आघात था. एक तरफ Government दावा कर रही थी कि कश्मीर में सबकुछ सामान्य है. वहां सामान्य स्थिति होने की धारणा को स्थापित करने का दावा किया गया. लेकिन कहीं न कहीं राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता हुआ और पहलगाम की घटना उसका अंजाम है. हमारा Government से सवाल है कि यह घटना क्यों घटी?”
उन्होंने आगे कहा, “भाजपा Government के आह्वान पर ही पर्यटक वहां गए थे, लेकिन हमले के बाद Government ने जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया. टूर ऑपरेटर्स पर दोष डालने की कोशिश की गई, जो गैर-जिम्मेदाराना है.”
डिंपल यादव ने Lok Sabha में सीजफायर का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर पर सीजफायर की घोषणा India के बजाए अमेरिकी President डोनाल्ड ट्रंप ने की, जो India की विदेश नीति की विफलता दर्शाता है. ‘विश्व गुरु’ का नैरेटिव नाकाम हुआ है.
डिंपल यादव ने Government की विदेश नीति पर सवाल उठाते हुए कहा, “Pakistan को यूएन की काउंटर टेररिज्म काउंसिल का चेयरमैन बनाया जाना Government की नाकामी दर्शाता है. Pakistan और अमेरिका के रिश्तों के बीच India की स्थिति पर सवालिया निशान है.”
डिंपल ने सीडीएस के बयान का हवाला देते हुए कहा कि Government को यह स्पष्ट करना चाहिए कि लड़ाकू विमान क्यों गिरे. साथ ही, Government को यह भी बताना चाहिए कि उसे चीन के Pakistan समर्थन की जानकारी क्यों नहीं थी.
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एफएम/एएस