सोल, 21 जनवरी . डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति बनते ही उत्तर कोरिया को लेकर चौंकाने वाला बयान दिया है. उनकी यह टिप्पणी दक्षिण कोरिया के लिए बड़ा झटका है जिसके अब तक अमेरिका के साथ गहर रिश्ते रहे हैं और जो अपनी सुरक्षा जरुरत के लिए बहुत हद तक वाशिंगटन पर निर्भर है.
योनहाप समाचार एजेंसी के मुताबिक ट्रंप ने सोमवार (स्थानीय समय) को वाशिंगटन में अपने शपथ ग्रहण समारोह के तुरंत बाद संवाददाताओं बातचीत के दौरान उत्तर कोरिया को ‘परमाणु शक्ति’ बताया. वह यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि उनके और उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन के बीच ‘बहुत अच्छा तालमेल है.’
ट्रंप की इस टिप्पणी के बाद दक्षिण कोरियाई सरकार ने मंगलवार को कहा कि वह उत्तर कोरिया के परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए प्रयास जारी रखेगी.
राष्ट्रपति ट्रंप की टिप्पणियों के बारे में पूछे जाने पर, सोल के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सरकार प्योंगयांग के परमाणु निरस्त्रीकरण की मांग जारी रखेगी और इस लक्ष्य की दिशा में अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर काम करेगी.
मंत्रालय के प्रवक्ता जीन हा-क्यो ने नियमित ब्रीफिंग में कहा, “न केवल कोरियाई प्रायद्वीप बल्कि उत्तर कोरिया के भी परमाणु निरस्त्रीकरण को विश्व में स्थायी शांति और स्थिरता के लिए एक शर्त के रूप में लगातार आगे बढ़ाया जाना चाहिए.”
अंतर-कोरियाई संबंधों के प्रभारी सियोल के एकीकरण मंत्रालय के एक अधिकारी ने अलग से कहा कि दक्षिण कोरिया और अमेरिका दोनों ने उत्तर कोरिया के परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए एक ‘एकीकृत’ स्थिति बनाए रखी है.
अधिकारी ने कहा, “दक्षिण कोरिया और अमेरिका ने उत्तर कोरिया के पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण के लक्ष्य पर एक दृढ़ और एकीकृत रुख बनाए रखा है. सरकार नए अमेरिकी प्रशासन के साथ एक करीबी सहयोगी प्रणाली स्थापित करेगी.”
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