कोलकाता, 4 सितंबर . आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुई घटना को लेकर लोगों में व्याप्त आक्रोश के बीच डॉक्टरों ने देशभर के लोगों से रात 9 बजे से लेकर 10 बजे तक अपने घरों की लाइट ऑफ कर कैंडल और टॉर्च जलाने का आह्वान किया है.
इस केस के बाद से देशभर के डॉक्टर आक्रोशित हैं. कई दिनों तक डॉक्टरों ने इस घटना के विरोध में हड़ताल जारी रखी थी. हालांकि इससे मरीजों के उपचार में हो रही परेशानियों को ध्यान में रखते हुए कोर्ट ने पूरे मामले में हस्तक्षेप कर डॉक्टरों से काम पर लौटने की अपील की थी. कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद डॉक्टरों ने अपने काम पर लौटने का फैसला किया था.
इससे पहले, डॉक्टरों के एक समूह ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखकर इस वीभत्स घटना में संलिप्त आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की थी. अब तक इस मामले में एक आरोपी की गिरफ्तारी हो चुकी है, जिससे पूछताछ का सिलसिला जारी है. बीते दिनों आरोपी का पॉलीग्राफ टेस्ट भी किया गया था, जिसमें सामने आया था कि आरोपी ने पूछताछ में कई दफा झूठे बयान दिए.
बीते दिनों पीड़िता के पिता ने अपने बयान में कहा था कि मुख्यमंत्री लोगों के आक्रोश को दबाना चाहती हैं. पीड़िता के पिता ने आशंका जताई थी कि अगर लोगों का आक्रोश ठंडा हुआ, तो इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा और उन्हें न्याय मिलने के आसार खत्म हो जाएंगे.
उधर, इस घटना को लेकर ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने पीड़िता के पिता को फोन कर आश्वासन दिया था कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
इससे पहले, आरजी कर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ने इस घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने पोस्ट में कहा था कि इस घटना के प्रकाश में आने के बाद मेरी बदनामी हो रही है. इसी वजह से मैंने अब अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. बीते दिनों आरजी कर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल को सीबीआई ने गिरफ्तार भी कर लिया था.
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एसएचके/एएस