जानते हैं एक ग्रीटिंग कार्ड से शुरू हुई थी अंतर्राष्ट्रीय मित्रता दिवस की कहानी!

नई दिल्ली, 30 जुलाई . अंतर्राष्ट्रीय मित्रता दिवस का इतिहास बीसवीं सदी से जुड़ा है. जब एक शख्स ने दोस्तों के लिए बाजार में ग्रीटिंग कार्ड उतारा. ये शख्स थे अमेरिका के जॉयस हॉल. फेमस ग्रीटिंग कार्ड्स के संस्थापक. लेकिन फिर उड़ान भरने से पहले ही क्रैश लैंडिंग हो गई, यानि उस सोपान तक नहीं पहुंच पाया जिसकी उम्मीद थी. आखिर हुआ क्या था?

दोस्त वो होता है जिससे आप दिल की बात करते हैं. ऐसी बातें जो शायद अपने अपनों से कहने में हिचकते हैं. शायद यही सोच थी कि 1930 में अमेरिका में फ्रेंडशिप डे की नींव पड़ी. हॉलमार्क कार्ड्स के जॉयस हॉल ने 2 अगस्त का दिन चुना. कार्ड छापे गए. लोगों ने ग्रीटिंग कार्ड खरीदे भी.

लेकिन फिर बाजारवाद के आरोप ने इस पर पूर्ण विराम लगा दिया. उपभोक्ता प्रतिरोध का सामना करना पड़ा. लोगों ने इसे ग्रीटिंग कार्ड की बिक्री को बढ़ावा देने के लिए एक नौटंकी के रूप में देखना शुरू कर दिया. और 1940 का दशक आते-आते इसकी लोकप्रियता फीकी पड़ गई.

इस बीच, दोस्ती का सम्मान करने के लिए एक दिन का विचार एशिया के कई देशों में करवट ले रहा था. जहां दोस्ती का जश्न मनाने और दोस्तों के बीच उपहारों के आदान-प्रदान के लिए एक दिन आरक्षित करना एक धीरे-धीरे एक लोकप्रिय रिवाज़ बन गया.

कई देशों में फ्रेंडशिप डे अगस्त माह के पहले रविवार को मनाने का भी प्रचलन है. रूस, बोलीविया, स्पेन जैसे यूरोपीय देश जहां इस दिवस को 30 जुलाई को मनाते हैं, तो वहीं भारत, बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, मलेशिया, अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात जैसे देश अगस्त के पहले रविवार को मित्रता दिवस मनाते हैं.

वैसे संयुक्त राष्ट्र की महासभा ने 2011 को 30 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय मैत्री/मित्रता दिवस मनाने पर मुहर लगाई. हर साल एक नई थीम के साथ पूरी दुनिया को मित्रता के धागे में पिरोने का इरादा किया. वैसे 1940 के बाद 1958 में इसी दिन यानि 30 जुलाई को वर्ल्ड फ्रेंडशिप क्रूसेड नाम के अंतरराष्ट्रीय नागरिक संगठन ने एक अभियान के तौर पर इसकी शुरुआत की. मकसद था विश्व में शांति की संस्कृति को पनपने देना. ‘वर्ल्ड फ्रेंडशिप क्रूसेड’ में शामिल पराग्वे के डॉक्टर रामोन आर्टेमियो ब्राचो ने सभी देशों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध बनाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय मित्रता दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा था. सबसे पहले ‘इंटरनेशनल फ्रेंडशिप डे’ पराग्वे में ही मनाया गया था.

बात 2024 की. तो संयुक्त राष्ट्र ने इस बार की थीम रखी है एंब्रेसिंग डायवर्सिटी फॉस्टरिंग यूनिटी यानि “विविधता को अपना एकता को बढ़ावा देना”. सीधा अर्थ है कि विविध पृष्ठभूमि के लोगों के बीच एकता और सहयोग की भावना को बढ़ावा देना जिससे दुनिया में भाईचारे का डंका बजे.

पीएसएम/केआर