शरीर का ये इशारा नहीं करें नजरअंदाज, समय रहते पहचानें कैल्शियम की कमी

नई दिल्ली, 17 सितंबर . हड्डी को स्वस्थ और मजबूत बनाने में कैल्शियम का खास योगदान होता है. लेकिन, कैल्शियम की कमी होने से शरीर आपको कुछ ऐसे संकेत देता है, जिसको पहचानकर समय रहते सतर्क हुआ जा सकता है.

मानव शरीर स्वस्थ और चुस्त रखने के लिए कई तरह के प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और फैट के साथ-साथ कई तरह के विटामिन्स और मिनरल्स की आवश्यकता होती है. ऐसे में कैल्शियम एक महत्वपूर्ण मिनरल होता है, जो हड्डी के लिए बहुत जरूरी होता है. अगर आपका भी शरीर कुछ खास इशारे देने लगे तो समझ लिजिए कि कैल्शियम की कमी है.

कैल्शियम की कमी से जूझने वाले व्यक्ति को उसका शरीर पहले ही अलर्ट कर देता है. अगर समय रहते उसको इंसान समझ ले तो लंबे खर्चे से बचा जा सकता और समय रहते डॉक्टर से परामर्श लेकर इसको दूर किया जा सकता है. आगे कुछ ऐसे ही लक्षण के बारे में आपको बताएंगे, जो आपको कैल्शियम की कमी को लेकर अलर्ट कर देगा.

मांसपेशियों में ऐंठन, खास तौर पर पैरों, पीठ, और पेट में ऐंठन

शरीर की हड्डियों में दर्द, खास तौर पर जोड़ों में दर्द

नाखून का कमजोर होना, बालों का रूखा और पतला होना

त्वचा में सूखापन, नींद में परेशानी आना और सांस लेने में तकलीफ

अधिक थकान और कमजोरी महसूस करना

बता दें कि जो व्यक्ति लंबे समय से कैल्शियम की कमी से जूझता है. उसको ऑस्टियोपोरोसिस जैसी हड्डी की गंभीर बीमारी का सामना कर पड़ सकता है. ऐसे के में हड्डियों का घनत्व कम होने लगता है और फिर वह पतला और कमजोर होने के कारण टूटने का खतरा बढ़ जाता है.

इस खास मिनरल की कमी से बचने के लिए कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करने की सलाह दी जाती है. एक्सपर्ट्स की मानें तो रोजाना एक वयस्क पुरुष को 1,000 मिलीग्राम कैल्शियम की जरूरत होती है, वहीं 70 वर्ष से अधिक उम्र के पुरुषों को 1,200 मिलीग्राम कैल्शियम की जरूरत होती है.

डेयरी उत्पादों में कैल्शियम की अधिकता पाई जाती है. दूध, दही और पनीर कैल्शियम के अच्छे स्रोत हैं. कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए दूध का सेवन रामबाण साबित होता है. 100 ग्राम गाय के दूध में 113 मिलीग्राम मैग्नीशियम होता है. इसके अलावा इसमें 12 मिलीग्राम मैग्नीशियम, 95 मिली ग्राम फॉस्फोरस भी मिलता है, जो कैल्शियम को शरीर में अवशोषित करने में मददगार साबित होता है.

एससीएच/जीकेटी