रांची, 24 मार्च . कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के ‘संविधान बदल रहा है’ बयान पर अब राजनीति तेज हो गई है. भाजपा के बाद अब जेडीयू ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है.
झारखंड से जेडीयू विधायक सरयू राय ने डीके शिवकुमार के बयान पर न्यूज एजेंसी से बातचीत के दौरान कहा कि कांग्रेस का जो शीर्ष नेतृत्व है, उसे इस मामले पर स्पष्टता जाहिर करनी चाहिए. मैं समझता हूं कि कर्नाटक की सरकार संविधान के विरुद्ध आचरण कर रही है.
वहीं, एक सवाल के जवाब में जेडीयू विधायक सरयू राय ने कहा कि झारखंड में काफी समय से भारतीय जनता पार्टी इस मुद्दे पर चिंता जताती रही है. आदिवासी समुदाय भी कभी-कभी इस पर चिंतन करता है. हमें यह तय करना होगा कि अगर हम किसी दूसरे धर्म को अपनाते हैं, तो हम आदिवासी और धार्मिक अल्पसंख्यक दोनों के तौर पर लाभ का दावा नहीं कर सकते. यह दोहरा लाभ नहीं मिलना चाहिए. मैं चंपई सोरेन द्वारा व्यक्त किए गए विचारों से सहमत हूं.
दरअसल, डीके शिवकुमार से एक न्यूज चैनल के मंच पर कर्नाटक सरकार की मुस्लिम आरक्षण नीति को कोर्ट में चुनौती दिए जाने को लेकर सवाल किया गया था. इस पर उन्होंने कहा, “कोर्ट से जो भी फैसला आएगा, हमें मंजूर होगा. मुझे पता है कि सब कोर्ट जाएंगे. हमें एक अच्छे दिन का इंतजार करना होगा. बहुत सारे बदलाव हैं, संविधान बदल रहा है, और ऐसे फैसले हैं जो संविधान को बदल देते हैं.”
डीके शिवकुमार के बयान को लेकर भाजपा ने कहा कि वह मुसलमानों को आरक्षण दिलाने के लिए संविधान बदलने की बात कर रहे हैं. नेताओं का कहना है कि यह संविधान के साथ सीधे तौर पर खिलवाड़ है. जिस तरह से पूर्व पीएम नेहरू ने धर्म के आधार पर देश को दो टुकड़े में बांट दिया. संविधान में मुसलमानों के आरक्षण को जगह देकर ये हिन्दुस्तान का फिर से बंटवारा चाहते हैं.
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डीकेएम/केआर