डाक विभाग की ‘प्रसादम योजना’ से देशभर में कैंची धाम के प्रसाद का वितरण

नैनीताल, 26 अगस्त . उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित बाबा नीम करौली महाराज का कैंची धाम लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है. भारतीय डाक विभाग ने कैंची धाम को अपनी ‘प्रसादम योजना’ में शामिल करने की तैयारी शुरू कर दी है. इस योजना के तहत बाबा का प्रसाद (लड्डू), कंबल, लॉकेट और प्रतिमा जैसी वस्तुएं भक्तों के घर तक पहुंचाई जाएंगी.

कैंची धाम को ‘प्रसादम योजना’ में शामिल करने से भक्तों में उत्साह है. हर साल, विशेषकर 15 जून को स्थापना दिवस पर, यहां भक्तों का सैलाब उमड़ता है. लेकिन कई भक्त दूरी या अन्य कारणों से कैंची धाम नहीं पहुंच पाते. डाक विभाग के इस फैसले से भक्तों में खुशी है.

डाक विभाग के मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव संजय टम्टा ने पत्रकारों को बताया, “इस योजना के लिए स्पीड पोस्ट और पार्सल सेवा का उपयोग होगा. कैंची धाम के पास ही पर्यटन विभाग से पैकिंग के लिए कमरा आवंटित करने का अनुरोध किया गया है. प्रसाद को स्वच्छता और सुरक्षा के साथ पैक किया जाएगा, जिसके बाद इसे नैनीताल डाकघर से देहरादून भेजकर एयर पार्सल के जरिए देशभर में वितरित किया जाएगा.”

उन्होंने कहा, “पैकिंग मजबूत होगी ताकि प्रसाद लंबी दूरी तक सुरक्षित पहुंचे. प्रसाद के डिब्बे का आकार और कीमत पैकिंग रूम आवंटन के बाद तय होगी. भक्त कॉल या वेबसाइट के माध्यम से ऑर्डर कर सकेंगे, जिसके लिए डाक विभाग नंबर और वेबसाइट तैयार कर रहा है. ऑनलाइन भुगतान की सुविधा भी उपलब्ध होगी.”

संजय टम्टा ने कहा, “यह योजना उन भक्तों के लिए वरदान साबित होगी जो कैंची धाम नहीं पहुंच पाते. बाबा का प्रसाद और अन्य वस्तुएं घर बैठे प्राप्त करना उनके लिए आध्यात्मिक सुख का अनुभव होगा.”

टम्टा ने बताया कि ‘प्रसादम योजना’ से कैंची धाम की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक पहचान को नया आयाम मिलेगा. यह पहल न केवल भक्तों की आस्था को मजबूत करेगी, बल्कि धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा देगी. बाबा नीम करौली महाराज के प्रति श्रद्धा रखने वाले लोग इस सुविधा से धाम के प्रति अधिक आकर्षित होंगे.

बता दें कि यह डिजिटल इंडिया की भावना को धार्मिक मूल्यों से जोड़ने का अनूठा प्रयास है. डाक विभाग का यह कदम आधुनिक तकनीक और आस्था के बीच एक सेतु बनाएगा, जिससे कैंची धाम की महिमा देश के कोने-कोने तक पहुंचेगी.

एससीएच/डीएससी