संयुक्त कमांडर सम्मेलन में सेनाओं के एकीकरण पर विमर्श

नई दिल्ली, 30 अगस्त . सशस्त्र बलों के भीतर आंतरिक ‘प्रक्रिया सुधार’ करने के लिए भारतीय सशस्त्र बलों का संयुक्त कमांडर सम्मेलन आयोजित किया जाएगा. भारतीय सैन्य बलों का यह संयुक्त कमांडर सम्मेलन (जेसीसी) 04-05 सितंबर 2024 को लखनऊ के मध्य कमान मुख्यालय में आयोजित किया जा रहा है. इसमें भविष्य के संघर्षों के लिए तैयारी, तीनों सैन्य सेवाओं के बीच संयुक्तता और सेनाओं के एकीकरण पर चर्चा होगी.

रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, यह पहला दो दिवसीय संयुक्त कमांडर सम्मेलन है. इसका विषय ‘सशक्त एवं सुरक्षित भारत: सशस्त्र बलों का रूपांतरण’ है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस सम्मेलन में भाग लेंगे. रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि यह सम्मेलन सशस्त्र बलों के भीतर आंतरिक ‘प्रक्रिया सुधार’ के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में कार्य करेगा.

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान 4 सितंबर को इस समारोह का उद्घाटन करेंगे. इस सम्मेलन में रक्षा मंत्रालय और सशस्त्र बलों के शीर्ष स्तरीय अधिकारी एक साथ उपस्थित होंगे.

इस दो दिवसीय विचार-विमर्श सम्मेलन में क्षेत्रीय एवं वैश्विक भू-राजनीतिक व्यवधानों के प्रभाव का विश्लेषण किया जाएगा. रक्षा मंत्रालय का कहना है कि इसके साथ ही सशस्त्र बलों द्वारा किए जा रहे विभिन्न सुधारों हेतु संभावित मांगों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.

यहां से सशस्त्र बलों द्वारा प्रौद्योगिकी उपयोग पर भी मंथन होगा. रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के लिए सरकार की ‘आत्मनिर्भरता’ पहल पर फोकस रहेगा. आत्मनिर्भरता आधारित कुछ ऐसे क्षेत्र होंगे जिन पर प्रमुखता से ध्यान दिया जाएगा.

संयुक्त कमांडर सम्मेलन को भारत के शीर्ष सैन्य नेतृत्व के बीच विचारों, रणनीतियों तथा सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों के आदान-प्रदान के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में विकसित करने की योजना है. रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, इससे एक सशक्त तथा सुरक्षित भविष्य के लिए देश की प्रतिबद्धता को बल मिलेगा और रक्षा क्षेत्र में रणनीतिक स्वायत्तता हासिल होगी.

जीसीबी/एकेजे