लोकसभा के डिजिटल परिवर्तन और नवाचार पहल पर हुई चर्चा

New Delhi, 14 जुलाई . संसदीय कार्यप्रणाली के आधुनिकीकरण और डिजिटलीकरण के निरंतर प्रयासों के तहत Lok Sabha सचिवालय ने Lok Sabha अध्यक्ष ओम बिरला के सक्षम मार्गदर्शन और नेतृत्व में पारदर्शिता, समावेशन और संसदीय प्रक्रियाओं की पहुंच को बढ़ाने के लिए कई पहल कीं. Monday को एक अनौपचारिक बैठक में कई पहलों पर विस्तार से चर्चा हुई.

सांसदों के लिए डिजिटल रूप से सशक्त कार्य परिवेश को बढ़ावा देने के उद्देश्य से Lok Sabha कक्ष में प्रत्येक सीट पर मल्टीमीडिया कॉन्फ्रेंसिंग डिवाइस स्थापित किए गए हैं. संसाधनों और समय की बचत के लिए एक नई सुविधा जोड़ी गई है, जिसके अंतर्गत अब सभी सांसद अपनी उपस्थिति अपने-अपने स्थान पर लगे एमएमडी के माध्यम से दर्ज करा सकेंगे. इससे सांसदों का समय बचेगा और एक चरण की आवश्यकता समाप्त होगी.

भाषायी समावेशन और नागरिक सहभागिता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में Lok Sabha सचिवालय अब संसद के दैनिक कार्यसूची दस्तावेजों को एआई आधारित टूल्स की सहायता से 12 भाषाओं में प्रकाशित कर रहा है. असमिया, बंगाली, अंग्रेजी, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, मलयालम, मराठी, उड़िया, पंजाबी, तमिल और तेलुगू. ये दस्तावेज डिजिटल संसद पोर्टल पर रियल टाइम में उपलब्ध कराए जाते हैं, जिससे सांसदों और देशभर के नागरिकों के लिए विधायी कार्यवाही की बेहतर समझ और व्यापक पहुंच सुनिश्चित होती है.

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा विकसित ‘राष्ट्रीय भाषा अनुवाद मिशन’ के अंतर्गत तैयार किए गए भाषिणी टूल के सहयोग से Lok Sabha सचिवालय ने संसद की कार्यवाही के लिए एक एआई संचालित वर्बेटिम ट्रांसक्रिप्शन टूल विकसित किया है. आगामी सत्र से यह एआई सक्षम ट्रांसक्रिप्शन प्रणाली पारंपरिक वर्बेटिम रिपोर्टिंग के समानांतर कार्य करेगी, जिससे कार्यवाही को अधिक सटीकता, गति और बहुभाषीय समर्थन के साथ दर्ज किया जा सकेगा.

इस पहल का दीर्घकालिक उद्देश्य है कि एआई सक्षम ट्रांसक्रिप्शन को मुख्यधारा में लाया जाए, जिससे Lok Sabha में हो रही बहसों और चर्चाओं की रियल टाइम बहुभाषीय पहुंच और दक्षता में वृद्धि हो.

एकेएस/डीकेपी