नई दिल्ली, 1 जुलाई . भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को अमेरिका के रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ से टेलीफोन पर बातचीत की. दोनों नेताओं के बीच भारत-अमेरिका रक्षा साझेदारी को और मजबूत करने तथा क्षमता निर्माण में सहयोग बढ़ाने को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा हुई. इस दौरान रक्षा उद्योग संबंधी सहयोग के विस्तार जैसे विषयों पर भी प्रमुखता से चर्चा हुई.
भारत का कहना है कि अमेरिका ने भारत को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में समर्थन दिया है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आतंकवाद के विरुद्ध भारत को अमेरिका द्वारा दिए गए निरंतर समर्थन की सराहना की. अमेरिका के रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ से हुई बातचीत की जानकारी देते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मंगलवार को अमेरिका के रक्षा सचिव पीट हेगसेथ से बात कर प्रसन्नता हुई.
राजनाथ सिंह ने कहा, “हमारे बीच भारत-अमेरिका रक्षा सहयोग को और गहरा करने तथा वर्तमान में चल रही व नई पहलों की समीक्षा को लेकर उत्कृष्ट चर्चा हुई.” राजनाथ सिंह ने अमेरिका द्वारा भारत को आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष में दिए गए अडिग समर्थन के लिए गहरी सराहना व्यक्त की.
उन्होंने कहा कि मैं अमेरिका द्वारा आतंकवाद के खिलाफ भारत को दिए गए निरंतर समर्थन के लिए गहरी प्रशंसा करता हूं.” रक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि वह निकट भविष्य में व्यक्तिगत रूप से अमेरिका के रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ से मुलाकात के लिए उत्सुक हैं.
गौरतलब है कि यह संवाद भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक साझेदारी को गति देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है. यह इस वर्ष जनवरी में हेगसेथ के अमेरिकी रक्षा मंत्री के रूप में नियुक्त होने के बाद दोनों नेताओं के बीच तीसरी बातचीत रही.
दोनों नेताओं ने दीर्घकालिक रक्षा सहयोग, प्रशिक्षण, सैन्य आदान-प्रदान और रक्षा उद्योग साझेदारी को और गहरा करने जैसे अनेक विषयों पर व्यापक चर्चा की. दोनों पक्षों ने इस परस्पर लाभकारी रणनीतिक साझेदारी को सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ाने पर सहमति जताई. इसमें इंटरऑपरेबिलिटी, रक्षा आपूर्ति श्रृंखलाओं का एकीकरण, लॉजिस्टिक्स साझेदारी, संयुक्त सैन्य अभ्यास और अन्य समान विचारधारा वाले देशों के साथ सहयोग शामिल है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हेगसेथ की नेतृत्व क्षमता की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके सक्रिय नेतृत्व में भारत-अमेरिका रक्षा सहयोग नए उच्चतम स्तर पर पहुंचा है. हेगसेथ ने राजनाथ सिंह को अमेरिका आने का आमंत्रण भी दिया ताकि द्विपक्षीय रक्षा साझेदारी को और आगे बढ़ाया जा सके.
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