पीएम मोदी और स्पेन के राष्ट्रपति के बीच गुजरात में आपसी साझेदारी बढ़ाने पर हुई बातचीत

वडोदरा (गुजरात), 28 अक्टूबर . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वडोदरा में लक्ष्मी विलास पैलेस के हॉल में स्पेन के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज से मुलाकात की. इस दौरान दोनों नेताओं ने विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर बातचीत की.

दोनों नेताओं ने वैश्विक शांति, समृद्धि और सहयोग के ज्वलंत मुद्दों पर दोनों देशों की साझा प्रतिबद्धता के बारे में भी आपस में बातचीत की.

दोनों देशों के नेताओं की यह बैठक टाटा-एयरबस सी 295 विमान की मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी के उद्घाटन के बाद हुई. इस बैठक में दोनों नेताओं ने गतिशील और बहुमुखी भारत-स्पेन साझेदारी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को भी रेखांकित किया.

प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद दोनों नेताओं ने दोपहर का भोजन भी किया. भोजन के बाद दोनों नेताओं ने भारत-स्पेन व्यापार प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत भी की.

स्पेनिश राष्ट्रपति सांचेज का स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मैं आपका और आपके प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करता हूं. यह आपकी पहली भारत यात्रा है. पिछले साल नई दिल्ली में हम सभी को आपकी अनुपस्थिति महसूस हुई थी. दिवाली के दौरान अपने गृह राज्य गुजरात में आपका स्वागत करते हुए मुझे खुशी हो रही है.”

उन्होंने गुजरात का “त्यौहारों और उत्साह की भूमि” के रूप में उल्लेख किया. साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने भारत में दीपावाली के उत्सव की तुलना सांचेज की वर्तमान भारत की यात्रा से करके भारत-स्पेन संबंधों में आई नई ऊर्जा और उत्साह के बारे में भी बताया.

इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने दोनों देशों के लोगों के बीच आपसी संबंधों के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि युवा भारतीय प्रतिभाएं स्पेन के हरित और डिजिटल परिवर्तन लक्ष्यों में योगदान दे रही हैं.

उन्होंने कहा, “इस बढ़ते संबंध के मद्देनजर भारत ने इस वर्ष बार्सिलोना में एक नया वाणिज्य दूतावास खोला है और हम स्पेन के बेंगलुरु में एक नया वाणिज्य दूतावास खोलने के निर्णय का स्वागत करते हैं.”

इसके बाद स्पेन के राष्ट्रपति सांचेज ने प्रधानमंत्री मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने पर बधाई दी. उनकी यात्रा के बारे में आशा व्यक्त करते हुए कहा, “स्पेनिश प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत आना सम्मान की बात है. मुझे विश्वास है कि यह यात्रा हमारे द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाएगी और वैश्विक स्तर पर भारत और स्पेन दोनों के प्रभाव को दर्शाएगी.”

पीएसएम/जीकेटी