विधानसभा चुनाव में जनता फिर नीतीश कुमार के नेतृत्व पर भरोसा जताएगी : दिलीप जायसवाल

पटना, 22 जून . बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से सामाजिक सुरक्षा पेंशन को 400 रुपये से बढ़ाकर 1100 रुपये करने के फैसले का भाजपा सांसद दिलीप जायसवाल ने स्वागत किया है.

उन्होंने इस कदम के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धन्यवाद देते हुए कहा कि पूरे बिहार के बुजुर्गों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन के तहत लाभ मिलेगा. हम सीएम नीतीश कुमार को हृदय से धन्यवाद देते हैं. कल जिस तरह से वृद्धावस्था पेंशन योजना के माध्यम से बुजुर्गों को सम्मानित किया गया, उससे मैं भावुक हो गया. मैं व्यक्तिगत रूप से सीएम नीतीश कुमार का धन्यवाद करने गया और कहा कि आपने बहुत अच्छा काम किया है. बिहार के सभी बुजुर्गों की ओर से हम सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत उनकी पेंशन बढ़ाने के लिए एक बार फिर आभार व्यक्त करते हैं.

इस बीच राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव द्वारा नीतीश सरकार को नकलची कहने पर दिलीप जायसवाल ने पलटवार किया. उन्होंने कहा, “सरकार अपना काम कर रही है और नेता प्रतिपक्ष को भी अपना काम करना चाहिए. जब वे सत्ता में आएंगे तो इसकी राशि बढ़ाकर 20 हजार कर देंगे. गाल बजाने वालों का कोई जवाब नहीं होता. जो सत्ता में हैं ही नहीं, उनकी बातों का कोई मतलब नहीं.”

आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के सवाल पर जायसवाल कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने साफ तौर पर कहा है कि बिहार में सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा. जिसके नेतृत्व में चुनाव होता है, वही आगे बढ़ता है. 2025 में फिर से नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार बनेगी.”

दिलीप जायसवाल ने नीतीश सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि बिहार में विकास और सामाजिक कल्याण की योजनाएं तेजी से लागू हो रही हैं. एनडीए सरकार जनता के हित में लगातार काम कर रही है और 2025 के विधानसभा चुनाव में जनता फिर से नीतीश कुमार के नेतृत्व पर भरोसा जताएगी. उन्होंने विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उनकी आलोचनाएं बेबुनियाद हैं और जनता उनके खोखले वादों को समझ चुकी है.

उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, “विपक्ष का काम सुबह से शाम तक सिर्फ गाल बजाना है.”

दिलीप जायसवाल ने आगे कहा, “अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बन चुका है. अब माता सीता का मंदिर बनाना है. हमने इसकी तैयारी शुरू कर दी है. यह बिहार के लिए गौरव का विषय है और यह राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को और मजबूत करेगा.”

एकेएस/एएस