पश्चिम बंगाल के उपचुनावों में हमेशा सत्तारूढ़ पार्टी ही जीतती है: दिलीप घोष

मिदनापुर, 24 नवंबर . पश्चिम बंगाल की 6 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के परिणाम 23 नवंबर को भारतीय चुनाव आयोग ने घोषित कर दिया है. तृणमूल कांग्रेस ने सभी सीटों पर जीत का परचम लहराया है.

जीत के बाद टीएमसी में जहां खुशी की लहर है. भाजपा नेता दिलीप घोष ने उपचुनाव के परिणाम पर प्रतिक्रिया दी है.

उन्होंने कहा है कि यहां पर उपचुनावों में हमेशा सत्तारूढ़ पार्टी ही जीतती है. बंगाल में ऐसा बार-बार होता रहता है. कर्नाटक में भी ऐसा हुआ. सत्ता में रहने वाली पार्टी हमेशा अधिक जीतती है. क्योंकि, बंगाल में टीएमसी लोगों को वोट देने से रोक देती है. 90 फीसदी वोट टीएमसी को मिल जाता है. इस बार भी उपचुनाव में यही हुआ है.

झारखंड विधानसभा चुनाव में एनडीए को हार का सामना करना पड़ा है. इस पर भाजपा नेता ने कहा है कि झारखंड में जीतने की संभावना थी. लेकिन हम लोग नहीं जीत पाए. इस बारे में बेहतर वहां के लोग बता पाएंगे.

झारखंड विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों के चयन पर उन्होंने कहा है कि जो प्रत्याशी बनाए गए थे वे पार्टी के ही थे. किसी को बाहर से लाकर प्रत्याशी नहीं बनाया गया था.

कांग्रेस जहां अकेले चुनाव लड़ी वहां हार गई है. इस पर भाजपा नेता ने कहा है कि कांग्रेस जल्द ही साफ हो जाएगी. महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का क्या हाल हुआ है. कांग्रेस का न तो कोई लीडरशिप है और न ही कोई नीति है. दूसरे के कंधे पर बंदूक चलाना चाहते हैं वह अब नहीं होने वाला है. सब की हालत खराब है.

ईवीएम पर कांग्रेस सवाल उठा रही है. इस पर भाजपा नेता ने कहा है कि कांग्रेस जहां चुनाव जीतती है वहां पर ईवीएम ठीक रहता है और जहां चुनाव हार जाते हैं वहां ईवीएम खराब हो जाता है.

बता दें कि सिताई, मदारीहाट, नैहाटी, हरोआ, मेदिनीपुर और तलदांगरा पर टीएमसी ने जीत हासिल की है. इन सभी सीटों पर 13 नवंबर को मतदान हुआ था और 23 नवंबर को नतीजे घोषित किए गए.

डीकेएम/केआर