हिंदू-मुसलमानों को लड़ाकर वोट बैंक की राजनीति करने वाले दिग्विजय सबसे बडे़ रामद्रोही : मोहन यादव

राजगढ़/ग्वालियर, 15 अप्रैल . मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डाॅ. मोहन यादव ने पूर्व मुख्यमंत्री और राजगढ़ से कांग्रेस के उम्मीदवार दिग्विजय सिंह पर बड़ा हमला करते हुए कहा है कि वोट बैंक की राजनीति करने वाले दिग्विजय सिंह सबसे बड़े रामद्रोही हैं.

राजगढ़ में भाजपा प्रत्याशी रोडमल नागर और ग्वालियर में भारत सिंह कुशवाह के नामांकन जमा करने के बाद आयोजित जनसभा में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि इस बार का लोकसभा चुनाव रामविरोधी और राम के पक्षधरों के बीच का चुनाव है. कांग्रेस ने हमेशा से श्रीराम मंदिर को राजनीति करने का जरिया बनाया और हिंदू-मुसलमानों को लड़ाकर केवल वोट बैंक की राजनीति की है. कांग्रेस में भी सबसे बड़े रामद्रोही दिग्विजय सिंह हैं, जो हर जगह रंग बदलकर बात करते हैं.

सिंधिया राजघराने और कांग्रेस के रिश्तों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने जब-जब सिंधिया परिवार के स्वाभिमान को चोट पहुंचाई, तब-तब सिंधिया परिवार ने उन्हें धूल चटाई है. राजमाता विजयाराजे सिंधिया ने भाजपा को स्थापित करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया. जब उनके स्वाभिमान को चोट पहुंची तो डी.पी. मिश्रा की सरकार को ललकारते हुए उन्हें धूल चटाई. ऐसा ही इतिहास वर्ष 2020 में ही दोहराया गया, जब कमलनाथ ने ज्योतिरादित्य सिंधिया से कहा कि उतर जाओ सड़क पर और जब ज्योतिरादित्य सिंधिया सड़क पर उतरे तो उन्होंने पूरी कांग्रेस को ही सड़क पर लाकर खड़ा कर दिया. अब, कांग्रेस हमेशा सड़क पर ही रहेगी.

उन्होंने आगे कहा कि दिग्विजय सिंह 10 वर्षों तक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे, लेकिन वे राजगढ़ का विकास नहीं करा सके. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार ने राजगढ़ का विकास किया है. आज पूरे देश और प्रदेश का माहौल मोदीमय और राममय है. हर तरफ आनंद ही आनंद है. हमारे आराध्य भगवान श्रीराम भी गर्भगृह में मुस्कुरा रहे हैं. हर तरफ भाजपा की लहर है. इस बार मध्य प्रदेश में भी भाजपा सभी 29 सीटों पर विजय हासिल करेगी.

मुख्यमंत्री ने कहा, “कश्मीर से जब धारा 370 हटाई गई तो कांग्रेस के लोग कहते थे कि देश के अंदर माहौल खराब हो जाएगा. कांग्रेस के लोगों ने देशभर में भ्रम फैलाया, देशभर में माहौल खराब किया, लेकिन देश के अंदर नहीं, बल्कि पाकिस्तान और कांग्रेस के अंदर ही माहौल खराब हो गया. अब स्थिति यह है कि कांग्रेस पार्टी में कोई रहना ही नहीं चाहता. एक के बाद एक उनके नेता और कार्यकर्ता कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आ रहे हैं. हम सबका स्वागत कर रहे हैं.”

एसएनपी/एबीएम