भारत में डिजिटल लेंडर्स ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में दिए 37,676 करोड़ रुपये के लोन

मुंबई, 25 सितंबर . डिजिटल लेंडर्स की ओर से वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में 37,676 करोड़ रुपये के 2.64 करोड़ लोन बांटे गए हैं. इसमें सालाना आधार पर वॉल्यूम में 15 प्रतिशत और वैल्यू में 27 प्रतिशत का इजाफा देखने को मिला है.

फिनटेक एसोसिएशन फॉर कंज्यूमर एम्पावरमेंट (एफएसीई) द्वारा जारी किए गए डेटा में मुताबिक, वित्त वर्ष 2024-25 की जून तिमाही में लोन का औसत टिकट साइज 12,997 रुपये रहा. वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही के मुकाबले सालाना आधार 16 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली.

डेटा दिखाता है कि डिजिटल क्रेडिट की मांग मजबूत बनी हुई है. इसमें बड़ी भूमिका वित्तीय समावेशन की है.

एफएसीई के सीईओ सुगंध सक्सेना ने कहा, “सदस्य कंपनियों ने कंज्यूमर गाइडलाइन और विवेकपूर्ण रिक्स मैनेजमेंट के जरिए ग्राहकों की क्रेडिट जरूरतों को पूरा किया है और ग्राहकों एवं सभी पक्षकारों का विश्वास जितने में सफल रही हैं.”

रिपोर्ट में बताया गया कि अप्रैल-जून की अवधि में 11 कंपनियों ने 5 लाख से ज्यादा लोन बांटे हैं. कुल वॉल्यूम में इनकी हिस्सेदारी 93 प्रतिशत रही है.

चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में सालाना आधार पर करीब 55 प्रतिशत कंपनियों की वॉल्यूम में वृद्धि देखने को मिली है. वहीं, 80 प्रतिशत की वैल्यू में इस दौरान इजाफा देखने को मिला है.

रिपोर्ट में शामिल 33 कंपनियों में से 27 कंपनियों का जून 2024 तक एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) 47,362 करोड़ रुपये था, जो कि कुल बांटे गए लोन की वैल्यू का 80 प्रतिशत है.

इन 27 कंपनियों में 10 का एयूएम 1,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का है. पांच का एयूएम 500 से 1,000 करोड़ रुपये, पांच का 100 से 500 करोड़ रुपये, सात का 100 करोड़ रुपये से कम है.

एफएसीई,फिनटेक क्षेत्र में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा मान्यता प्राप्त स्व-नियामक संगठन है.

एबीएस/