धनबाद, 1 नवंबर . अपराधियों से त्रस्त धनबाद के कारोबारियों ने बुधवार से कारोबार पूरी तरह बंद कर दिया है. शहर और आस-पास के इलाकों में मॉल-स्टोर्स से लेकर तमाम छोटी-बड़ी दुकानें बंद हैं. आंदोलित कारोबारियों ने शहर में बाइक जुलूस निकालकर विरोध जताया है.
कांग्रेस-झामुमो को छोड़ सभी पार्टियों ने बंद का समर्थन किया है. आईएमए (इंडियन मेडिकल एसोसिएशन) ने भी आंदोलन को समर्थन दिया है. शहर के तमाम हॉस्पिटल्स एवं क्लिनिक में डॉक्टरों ने ओपीडी सेवाएं बंद कर दी हैं. दवा दुकानों में भी ताले लटके हैं. चाय से लेकर पान तक की दुकानों पर वीरानी है.
दरअसल, बीते शनिवार की रात वासेपुर के गैंगस्टर प्रिंस के गुर्गों ने शहर के बैंक मोड़ थाना क्षेत्र में “कार सेंटर” नामक प्रतिष्ठान के मालिक दीपक अग्रवाल (44 वर्ष) को गोली मार दी थी. उनका इलाज फिलहाल कोलकाता में चल रहा है. इस वारदात के विरोध में धनबाद के कारोबारी रविवार को जब कारोबार बंद कर प्रदर्शन कर रहे थे, तब गैंगस्टर प्रिंस के गुर्गे मेजर ने पर्चा जारी कर न सिर्फ वारदात की जिम्मेदारी ली थी बल्कि ऐलान किया था कि रंगदारी न देने वाले सभी व्यवसायियों का यही अंजाम होगा.
बीते एक साल के भीतर प्रिंस खान और अमन सिंह जैसे अपराधियों के गुर्गों ने करीब दो दर्जन से ज्यादा गोलीबारी, बमबारी जैसी घटनाओं को अंजाम दिया है. थ्रेट कॉल के तो सैकड़ों मामले सामने आए हैं.
इस बीच पुलिस ने मंगलवार की रात प्रिंस खान गैंग के चार गुर्गों को गिरफ्तार कर दावा किया कि उन्होंने ही मोटर पार्ट्स कारोबारी दीपक अग्रवाल पर फायरिंग की थी. बुधवार सुबह इनमें से एक गुर्गे छोटू को लेकर पुलिस अवैध पिस्टल की बरामदगी के लिए गई थी, तो पुलिस टीम पर अचानक फायरिंग कर दी गई. जवाब में पुलिस ने भी गोली चलाई, जिसमें छोटू घायल हो गया. इस घटना में बरोरा थाना प्रभारी नंदू पाल भी घायल हो गए हैं.
बढ़ते अपराध के खिलाफ अनिश्चितकालीन बंद की अगुवाई कर रहे धनबाद चैंबर ऑफ कॉमर्स ने आम लोगों से आंदोलन ने सहयोग की अपील की है. चैंबर ने कहा है कि धनबाद में कारोबारी हर पल खौफ में जी रहे हैं. उनका दुकान-प्रतिष्ठान में बैठना मुश्किल हो गया है. अपराधी सरेआम गोलियां मारकर चले जाते हैं और पुलिस देखती रह जाती है. बंद को जिले भर के 55 व्यावसायिक संगठनों ने समर्थन दिया है.
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एसएनसी/एबीएम