टिहरी, 3 मई . चारधाम यात्रा पर निकले श्रद्धालु जनपद टिहरी क्षेत्र में पहुंचकर खुश नजर आए. उन्होंने चेकिंग अभियान का समर्थन किया और यातायात नियमों का पालन कर सहयोग प्रदान किया. चारधाम यात्रा को सुचारू एवं सुरक्षित बनाने के लिए जिला प्रशासन टिहरी ने यात्रा मार्गों पर व्यवस्थित तैयारियां की हैं. यात्रा मार्गों पर श्रद्धालुओं/पर्यटकों की सुरक्षा एवं व्यवस्थित यातायात के दृष्टिगत प्रशासन जगह-जगह चेकिंग अभियान को लेकर सजगता के साथ कार्य में जुटा हुआ है.
सरल एवं सुरक्षित यात्रा के संकल्प के साथ राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई चार धाम यात्रा की सभी व्यवस्थाएं श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को खूब पसंद आ रही हैं. चार धाम यात्रा के प्रथम पड़ाव ऋषिकेश ट्रांजिट कैंप में पंजीकरण प्रक्रिया सुचारू रूप से चल रही है. यात्रियों के लिए संचालित विश्राम शिविर एवं शौचालय व्यवस्थित रूप से चल रहे हैं. यात्रा मार्गों पर सभी व्यवस्थाओं को लेकर श्रद्धालु एवं पर्यटक काफी खुश नजर आ रहे हैं तथा जिला प्रशासन की प्रशंसा कर रहे हैं और प्रशासन एवं स्थानीय लोगों का आभार व्यक्त कर रहे हैं.
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम हमले के बाद चारधाम यात्रा में तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए राज्य सरकार द्वारा यात्रा मार्गों पर जगह-जगह चलाए जा रहे चेकिंग अभियान तीर्थयात्रियों की सुरक्षित यात्रा का परिचय दे रहे हैं. चेकिंग अभियान को लेकर तीर्थयात्री भी राज्य सरकार के सतर्कता अभियान में सहयोग कर रहे हैं.
चारधाम यात्रा पर आईं मुंबई की श्रद्धालु कोमल पांडे ने कहा कि तीर्थयात्रियों की सुरक्षा की दृष्टि से जगह-जगह चलाया जा रहा चेकिंग अभियान एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे श्रद्धालु स्वयं को सुरक्षित जानकर यात्रा से आत्मिक रूप से जुड़ाव महसूस कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमारी यात्रा को सरल, सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए ही चेकिंग अभियान चलाए जाते हैं. उन्होंने सभी तीर्थयात्रियों से चेकिंग अभियान में सहयोग की अपेक्षा की.
उधर, तीर्थयात्रियों को चारधाम यात्रा पर ले जा रहे वाहन चालक सतीश कुमार ने राज्य सरकार द्वारा वाहनों की फिटनेस, ग्रीन कार्ड और ऑल वेदर रोड की सराहना की. उन्होंने कहा कि इससे तीर्थयात्रियों में उत्साह और उमंग देखने को मिल रहा है.
टिहरी के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने शनिवार को बताया कि चारधाम यात्रा शुरू हो चुकी है. हाईवे पर विभिन्न तरह के कार्य किए गए हैं, ताकि जाम की स्थिति न बने. यात्रा शुरू होने के बाद से कहीं भी जाम की स्थिति नहीं बनी है. अतिक्रमण को भी हटाया गया है. रोड पर घूमने वाले आवारा पशुओं को गौशालाओं में शिफ्ट किया गया है. इसके अलावा वैकल्पिक मार्ग भी तैयार किए गए हैं, ताकि भूस्खलन के कारण रोड बंद होने पर इन मार्गों का इस्तेमाल किया जा सके.
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एफजेड/