महाकुंभ : मौनी अमावस्या स्नान से पहले प्रयागराज पहुंच रहे श्रद्धालु, सुरक्षा के कड़े इंतजाम

महाकुंभ नगर, 27 जनवरी . संगम नगरी प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में तीसरा अमृत स्नान 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर होगा. दूसरे अमृत स्नान से पहले श्रद्धालुओं के प्रयागराज पहुंचने का सिलसिला जारी है.

मौनी अमावस्या स्नान से पहले श्रद्धालु अलग-अलग राज्यों से प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर पहुंच रहे हैं. श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्लेटफार्मों और प्रवेश द्वार पर रेलवे प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. इतना ही नहीं, प्रशासन द्वारा तीसरे अमृत को देखते हुए भीड़ को संभालने के लिए यातायात व्यवस्था को भी चाक-चौबंद किया गया है.

महाकुंभ में जाने वाले रास्तों पर स्थानीय पुलिस का पहरा है, जबकि रेलवे स्टेशन पर रेलवे सुरक्षा बल द्वारा पैनी नजर रखी जा रही है.

मेला प्रशासन और कुंभ पुलिस ने अमृत स्नान पर्व को देखते हुए व्यापक तैयारियां की हैं. पूरे मेला क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित किया गया है. संगम तटों पर बैरिकेडिंग का कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है, ताकि भीड़ नियंत्रण में रहे. श्रद्धालुओं की आवाजाही के लिए हर सेक्टर और जोन में विशेष व्यवस्था की गई है. इस दौरान किसी भी तरह का प्रोटोकॉल लागू नहीं होगा.

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, रविवार को रात 8:30 बजे तक 1.74 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया है. इसके अलावा 26 जनवरी तक कुल 13.21 करोड़ से अधिक श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं, जबकि शनिवार तक 11.47 करोड़ लोगों ने स्नान किया था. 26 जनवरी तक कल्पवासियों की संख्या 10 लाख से अधिक बताई जा रही है.

इससे पहले रविवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाई थी. उनके साथ दूसरे सपा नेता और कार्यकर्ता भी मौजूद रहे. गंगा में स्नान करते समय सपा नेताओं ने चारों तरफ से उन्हें घेर लिया था. अखिलेश यादव ने संगम में स्नान किया और सूर्य को अर्घ्य दिया.

उल्लेखनीय है कि इस बार महाकुंभ में अब तक एक ही दिन में सबसे ज्यादा 3.5 करोड़ लोगों ने 14 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन अमृत स्नान किया था. अनुमान है कि इस बार मौनी अमावस्या पर 29 जनवरी को 10 करोड़ लोग अमृत स्नान करेंगे, जो एक नया रिकॉर्ड होगा.

एफएम/केआर