मुंबई, 28 दिसंबर . कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने रविवार को से बातचीत करते हुए सनातन की रक्षा के लिए एक सनातन बोर्ड के गठन की मांग की. उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड के माध्यम से मुस्लिम समुदाय के धार्मिक मामलों का संचालन होता है, वैसे ही सनातन धर्म के लिए भी एक बोर्ड की स्थापना जरूरी है, ताकि हिन्दू धर्म और संस्कृति की रक्षा की जा सके.
देवकीनंदन ठाकुर ने से बात करते हुए कहा कि वक्फ बोर्ड की तर्ज पर सनातन बोर्ड का गठन किया जाए. धर्माचार्यों का मुख्य कार्य अपने धर्म और संस्कृति की रक्षा करना है. आज हमारे मंदिरों पर आक्रमण हो रहा है और मंदिरों के पैसों का दुरुपयोग किया जा रहा है. इन पैसों का इस्तेमाल सरकार ने किस काम में किया, यह भी हमें नहीं बताया जाता. हमारे भगवानों को अपमानित किया जा रहा है और हमें इसका विरोध करना चाहिए.
उन्होंने आरोप लगाया कि हिन्दू धर्म के प्रतीकों और पूजा पद्धतियों को सरकार के संरक्षण में कमजोर किया जा रहा है. उनका कहना था कि हमारे धर्म को भ्रष्ट किया जा रहा है और प्रसाद के नाम पर उसे अपवित्र किया जा रहा है. इस स्थिति के समाधान के लिए सनातन बोर्ड का गठन बेहद आवश्यक है. जब तक सनातन बोर्ड का गठन नहीं होता, हम शांत नहीं बैठेंगे.
हिन्दू राष्ट्र की मांग पर जोर देते हुए ठाकुर ने कहा कि अगर हमें इस देश को सुरक्षित रखना है तो हिन्दू राष्ट्र घोषित होना चाहिए. हमें अपनी अगली पीढ़ी के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए अब यह कदम उठाना होगा. अगर अब हम यह कदम नहीं उठाते हैं, तो भविष्य में यह संभव नहीं होगा.
वक्फ बोर्ड के गठन पर सवाल उठाते हुए देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि वह कौन लोग हैं जिन्होंने भारत में वक्फ बोर्ड बनाया, जबकि पाकिस्तान में सनातन बोर्ड क्यों नहीं बनाया गया? वक्फ बोर्ड का उद्देश्य था भारत में मुस्लिम समुदाय के धार्मिक मामलों का संचालन करना लेकिन हिन्दू समुदाय को साजिश के तहत दबाया गया. उन्होंने आगे कहा कि देश में हिंदुओं के अधिकारों का लगातार उल्लंघन हो रहा है. जब से देश स्वतंत्र हुआ है, हिंदुओं का दमन हो रहा है, क्या हम चुप रहेंगे? जब हमारी बहन-बेटियों की इज्जत लूटी जा रही हो या हमारे मंदिरों को नष्ट किया जा रहा हो?
देवकीनंदन ठाकुर ने आगे कहा कि प्रयागराज में 27 जनवरी को महाकुंभ के दौरान धर्म संसद आयोजित की जाएगी, जिसमें हिन्दू धर्म के मुद्दों पर चर्चा होगी. उन्होंने कहा कि जहां-जहां भगवान के चिन्ह मिलेंगे, उन सभी स्थानों को वापस लिया जाएगा. हम कोर्ट से न्याय की मांग कर रहे हैं, अगर मुस्लिम समुदाय भाईचारा चाहता है तो वह हमें वह जगह दे दे जहां भगवान के चिन्ह मिले हैं.
जनसंख्या नियंत्रण कानून की आवश्यकता पर बल देते हुए ठाकुर ने कहा कि चीन में जनसंख्या नियंत्रण की नीति लागू की गई है और भारत में भी इसे लागू किया जाना चाहिए. हम मानते हैं कि हम दो, हमारे दो और जब तक यह नियम सभी लोग नहीं मानते, तब तक हिन्दुओं को तीन-तीन, चार-चार बच्चे करने चाहिए, ताकि देश सुरक्षित रहें.
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पीएसके/एएस